
गौतमबुद्ध नगर में एयरपोर्ट का सपना आखिरकार 23 साल बाद साकार हुआ। 9 दिसंबर 2024 को जेवर की धरती पर पहली बार एक विमान ने लैंडिंग की, जिससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। यह ऐतिहासिक पल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और भाजपा सरकार के अथक प्रयासों का परिणाम है। इस प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए एक लंबा संघर्ष किया गया।
एयरपोर्ट का सफर: संघर्ष से सफलता तक
2001: यह सफर तब शुरू हुआ जब उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए इंटरनेशनल एयरपोर्ट एंड एविएशन हब का प्रस्ताव पारित किया।

2002-2014: दुर्भाग्यवश, सपा और बसपा की सरकारों के कार्यकाल में यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
2014: भाजपा की सत्ता में वापसी के साथ ही एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू हुआ। केंद्रीय उड्डयन मंत्री रहते हुए, इस प्रोजेक्ट को फिर से जेवर में लाने का महत्वपूर्ण कार्य किया गया।
2017: एयरपोर्ट के लिए निर्माण साइट की अनुमति मिली। गृह मंत्रालय ने इमीग्रेशन एनओसी भी प्रदान की।
2018: नागर विमानन मंत्रालय ने एयरपोर्ट के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी।
2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक समारोह के दौरान जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास की घोषणा की।
2020: ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी के साथ एयरपोर्ट निर्माण के लिए अनुबंध किया गया।
2021: 25 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने एयरपोर्ट का शिलान्यास कर इसे नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर किया।
भाजपा सरकार के प्रयासों का परिणाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन स्पष्ट था—जिस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करें, उसका उद्घाटन भी सुनिश्चित करें। जेवर एयरपोर्ट इसका जीवंत उदाहरण है। आज ट्रायल रन के दौरान इंडिगो का पहला विमान जेवर एयरपोर्ट पर उतरा, जो इस सपने के पूरा होने का प्रतीक है।
गौतमबुद्ध नगर को मिले नए पंख
इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्री श्री किनजरापु राम मोहन नायडू, जेवर के विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। यह एयरपोर्ट न केवल गौतमबुद्ध नगर बल्कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए विकास के नए द्वार खोलने जा रहा है।
क्षेत्र के विकास का गौरवशाली क्षण
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण गौतमबुद्ध नगर के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को पंख देगा। यह एयरपोर्ट न केवल क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करेगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का संकल्प
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रोजेक्ट को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का जो वादा किया था, वह आज सच साबित हुआ। आने वाले समय में इस एयरपोर्ट को पूरी तरह से व्यावसायिक उड़ानों के लिए खोला जाएगा, जिससे भारत की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में एक नई क्रांति आएगी।
23 साल पुराना सपना आज साकार हुआ। जेवर एयरपोर्ट के ट्रायल रन ने यह साबित कर दिया कि जब दृढ़ इच्छाशक्ति और सही नेतृत्व हो, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। यह एयरपोर्ट सिर्फ एक संरचना नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की प्रगति और विकास का प्रतीक है।