गुरदासपुर/नई दिल्ली — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित पंजाब का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद गुरदासपुर में समीक्षा बैठक की और राज्य की तबाही से उबरने के लिए कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। केंद्र ने पंजाब के लिए तत्काल 1,600 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी घोषणा की — यह राशि राज्य को पहले से उपलब्ध 12,000 करोड़ रुपये के पैकेज को अतिरिक्त होगी।
बहुआयामी पुनरुद्धार रणनीति
प्रधानमंत्री ने बताया कि राहत और पुनर्निर्माण के लिए बहुआयामी (multi-dimensional) दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। इसमें शामिल हैं — पीएम आवास योजना के तहत नुकसानग्रस्त घरों का पुनर्निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सड़कों की जीर्णोद्धार, बर्बाद हुए सरकारी स्कूलों का पुनर्निर्माण तथा पीएमएनआरएफ (PMNRF) से तत्काल राहत प्रदान करना। पशुपालन से जुड़े परिवारों के लिए मिनी-किट वितरित किए जाने का भी प्रस्ताव है।
सरकार ने यह भी कहा कि प्रभावित किसानों और कृषि समुदाय को विशेष महत्व दिया जाएगा — उन किसानों को अतिरिक्त आर्थिक सहायता दी जाएगी जिनके पास वर्तमान में बिजली कनेक्शन नहीं हैं। जिन बोरवेलों में गाद भर गई है या जो बह गए हैं, उन्हें सुधारने के लिए राज्य सरकार के विशिष्ट प्रस्ताव के अनुसार राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत परियोजना-आधारित मदद दी जाएगी।
अन्य राहत कदम और वित्तीय आसानियाँ
केंद्र ने कहा कि पंजाब में एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) और पीएम किसान सम्मान निधि की दूसरी किस्तें अग्रिम में जारी कर दी जाएँगी ताकि प्रभावित परिवारों को तत्काल नकदी सहायता मिल सके। साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ मिलकर राहत कार्यों और बचाव कार्यों का समन्वय बढ़ाया जा रहा है।
सर्वेक्षण और ऑन-ग्राउंड समीक्षा
हवाई सर्वेक्षण के बाद प्रधानमंत्री गुरदासपुर पहुँचे — यह जिला राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक है। वहां उन्होंने प्रभावित नागरिकों, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ कर्मियों से मुलाकात कर राहत व बचाव क्रियाओं का जायजा लिया और उसी स्थान पर एक आधिकारिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की।
नुकसान का आकलन: संख्या और प्रभाव
राज्य सरकार के अनुसार, पंजाब में बाढ़ के कारण अब तक 51 लोगों की मौत हुई है। लगभग 1.84 लाख हेक्टेयर में तैयार फसलें बर्बाद हुई हैं और प्रारम्भिक अनुमान के अनुसार कुल क्षति 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की आंकी गई है। कुल 2,064 गाँव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से सबसे अधिक प्रभावित गाँव (329) गुरदासपुर जिले में दर्ज किए गए हैं। सरकारी और केंद्रीय टीमों द्वारा विस्तृत सर्वे के बाद आगे की मदद का निर्धारण किया जाएगा।
आगे की कार्यवाही
केंद्र ने प्रभावित क्षेत्रों का व्यवस्थित नुकसान आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल पंजाब भेजा है। दल अपनी विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय और राज्य सरकार के समक्ष पेश करेगा और उसकी सिफारिशों के आधार पर राहत-पुनर्निर्माण के अगले चरणों की रूपरेखा तय की जाएगी।