
गाजीपुर जिले में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कलेक्ट्रेट सभागार में प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल, एमएलसी विशाल सिंह चंचल, और जिलाधिकारी आर्यका अखौरी द्वारा टीबी मरीजों को पोषण पोटली का वितरण किया गया। इस अवसर पर जनपद को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया।
मंत्री जी का संकल्प:
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के सपने को साकार करने के लिए गाजीपुर को भी टीबी मुक्त जिला बनाने का प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि अब कोई भी व्यक्ति टीबी से ग्रसित नहीं रहेगा और इस बीमारी से किसी की मृत्यु नहीं होगी।
सामुदायिक सहभागिता की अपील:
एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने जनपद के व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों और नगरवासियों से टीबी मरीजों को गोद लेने और अभियान में सहयोग करने की अपील की।
पंचायत प्रमुख का योगदान:
जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने 101 टीबी मरीजों को गोद लेकर हर महीने पोषण पोटली वितरित करने की जानकारी दी। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री के अभियान में योगदान और सामाजिक दायित्व की भावना से प्रेरित बताया।
जिलाधिकारी की अपील:
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने 100 दिवसीय सघन टीबी खोज अभियान में जनपदवासियों से सहयोग की अपील की। यह अभियान 1 जनवरी 2025 से शुरू होकर मार्च तक चलेगा, जिसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है।
कार्यक्रम में सहभागिता:
इस कार्यक्रम में विधायक डॉ. वीरेन्द्र यादव, जिला क्षयरोग अधिकारी संजय कुमार, और अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
टीबी खोज अभियान का फोकस:
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि अभियान में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसमें आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम, और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी जुटे हैं।
जन-जागरूकता और सामुदायिक सहयोग के माध्यम से गाजीपुर को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है।