
ग्रेटर नोएडा, जेवर की एक विधवा महिला की मौत ने एक भयावह साजिश का खुलासा किया है, जिसने मानवता को हिला कर रख दिया है। गर्भपात के दौरान महिला की मृत्यु हो गई, और उसी दौरान जन्म लेने वाले नवजात को अस्पताल प्रबंधन ने 2 लाख रुपये में बेच दिया। पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद बच्चे को हरियाणा से बरामद कर लिया है, जिसे अब चाइल्ड वेलफेयर के माध्यम से किसी योग्य परिवार को सौंपा जाएगा।
अवैध संबंधों का खौफनाक अंत:
जेवर की इस विधवा महिला का पड़ोसी जमशेद के साथ अवैध संबंध था, जिसके चलते वह गर्भवती हो गई। जब जमशेद को यह बात पता चली, तो उसने महिला का बुलंदशहर के डिबाई स्थित एक झोलाछाप डॉक्टर से गर्भपात करवा दिया। दुर्भाग्यवश, गर्भपात के दौरान महिला की मौत हो गई।
गुमशुदगी की रिपोर्ट से खुला रहस्य:
15 अगस्त को महिला के बेटे ने अपनी मां के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जमशेद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने इस खौफनाक अपराध का खुलासा किया। उसने बताया कि गर्भपात के समय जन्म लेने वाले नवजात को अस्पताल प्रबंधन ने 2 लाख रुपये में बेच दिया था।
गिरफ्तारियां और फरार आरोपी:
पुलिस ने आरोपी जमशेद और झोलाछाप डॉक्टर समेत कई अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। नवजात को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है, जिसे चाइल्ड वेलफेयर के माध्यम से किसी परिवार को सौंपा जाएगा।
नई जिंदगी की शुरुआत:
इस भयानक घटना में, नवजात की जिंदगी बचा ली गई है, जो अब एक नई शुरुआत करेगा। लेकिन यह मामला यह भी उजागर करता है कि समाज में अज्ञानता और अपराध का अंधेरा कितना गहरा है, जिससे सतर्क रहने की आवश्यकता है।