
शनिवार रात एक चौंकाने वाली घटना में, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दिकी की उनके बेटे, विधायक जीशान सिद्दिकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद, मुंबई पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने खुद को कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया। हालांकि, यह दावा पुलिस और बिश्नोई गैंग दोनों द्वारा सत्यापित नहीं किया गया है।
लॉरेंस बिश्नोई कौन है?
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 1993 में पंजाब में हुआ था। उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि विश्वविद्यालय के दिनों में और बढ़ी। बिश्नोई ने अपने शुरुआती साल अबोहर में बिताए और 2010 में चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई के लिए आए।
2011 में उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय छात्र परिषद में शामिल होकर गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से मुलाकात की। दोनों ने मिलकर विश्वविद्यालय की राजनीति में सक्रिय होकर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त होना शुरू किया।
लॉरेंस के खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट, शराब तस्करी और फिरौती जैसे अपराधों के कई मामले दर्ज हैं। कई मामलों में वह बरी हो चुका है, लेकिन अन्य अभी भी लंबित हैं। सूत्रों के अनुसार, उनके गैंग के पास पूरे भारत में 700 से अधिक शूटर जुड़े हुए हैं।
उनका नाम कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं, जैसे 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या और जयपुर में दक्षिणपंथी नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में भी जुड़ा हुआ है।
फिलहाल बिश्नोई अहमदाबाद, गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है।
क्या लॉरेंस बिश्नोई बाबा सिद्दिकी की हत्या के पीछे है?
मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्धों ने पिछले एक महीने से बांद्रा ईस्ट में हत्या स्थल का रैकी की थी। पुलिस हत्या के पीछे दो संभावित एंगलों की जांच कर रही है—एक बिश्नोई गैंग से जुड़ा और दूसरा एक स्लम पुनर्वास मामले से संबंधित।
बिश्नोई-सलमान एंगल
बिश्नोई गैंग के खिलाफ चिंताएं तब बढ़ीं जब सिद्धिकी के संबंध बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान से जुड़ते नजर आए। सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई से 1998 के काले हिरण शिकार मामले के कारण धमकियां मिल चुकी हैं।

VIKAS TRIPATHI
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