
नई दिल्ली: लोकसभा ने बुधवार देर रात वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को बहुमत से पारित कर दिया। सदन में 288 सांसदों ने विधेयक के पक्ष में वोट डाले, जबकि 232 सांसदों ने इसके खिलाफ मतदान किया। विधेयक के पारित होने के बाद इसे राज्यसभा में पेश किया जाना है। इस बीच, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस बिल को भारत के मूल विचार और संविधान पर हमला करार दिया।
राहुल गांधी का आरोप: मुसलमानों को निशाना बनाने की साजिश
लोकसभा में वक्फ बिल पर मतदान के दौरान राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा:
➡️ “वक्फ (संशोधन) विधेयक मुसलमानों को हाशिए पर धकेलने और उनके निजी कानूनों एवं संपत्ति के अधिकारों को हड़पने के उद्देश्य से बनाया गया एक हथियार है।”
उन्होंने इस विधेयक को संविधान के अनुच्छेद 25 (धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार) का उल्लंघन बताया और कहा कि “कांग्रेस इस काले कानून का पूरी ताकत से विरोध करेगी।”
‘आज मुसलमानों पर हमला, कल किसी और पर’ – राहुल गांधी
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह केवल मुसलमानों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य में अन्य समुदायों को भी इसी तरह निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने लिखा:
➡️ “RSS और बीजेपी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर संविधान पर हमला कर रहे हैं। आज यह विधेयक मुसलमानों के खिलाफ लाया गया है, लेकिन कल इसका इस्तेमाल दूसरे समुदायों को निशाना बनाने के लिए भी किया जा सकता है।”
लोकसभा में 12 घंटे लंबी बहस के बाद पारित हुआ बिल
लोकसभा में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने दोपहर 12 बजे वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया, जिस पर लगभग 12 घंटे तक तीखी बहस हुई। देर रात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पहले व्यक्तिगत संशोधनों पर ध्वनि मत से मतदान करवाया, जहां सभी विपक्षी संशोधनों को खारिज कर दिया गया। इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक स्वचालित वोट रिकॉर्डिंग सिस्टम से मतदान हुआ, जिसमें विधेयक के पक्ष में 288 वोट और विपक्ष में 232 वोट पड़े।
‘हम अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे’ – विपक्षी सांसद
बिल के पारित होते ही विपक्षी दलों ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए विरोध तेज कर दिया। विपक्षी नेताओं ने ऐलान किया कि वे इस विधेयक को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
राजनीतिक हलचल तेज, राज्यसभा में अहम परीक्षा बाकी
अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया जाएगा, जहां सरकार और विपक्ष के बीच जबरदस्त टकराव की संभावना है। इस बिल को लेकर देशभर में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।