महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार रात हिंसा भड़क उठी जब औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर हुए प्रदर्शन के दौरान धर्मग्रंथ जलाने की अफवाह फैल गई। देखते ही देखते शहर के कई इलाकों में तनाव बढ़ गया और हिंसा भड़क उठी। उपद्रवियों ने पथराव, आगजनी, दुकानों में तोड़फोड़ और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
सोमवार शाम को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नागपुर के महल इलाके में स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि औरंगजेब की कब्र को हटाया जाए। इसी दौरान अफवाह फैली कि प्रदर्शनकारियों ने किसी धर्मग्रंथ को जला दिया है।
Nagpur (Maharashtra) violence | Curfew has been imposed in the Police station limits of Kotwali, Ganeshpeth, Lakadganj, Pachpaoali, Shantinagar, Sakkardara, Nandanvan, Imamwada, Yashodhara Nagar and Kapil Nagar in Nagpur city. This curfew will remain in force until further… pic.twitter.com/N3CqzKcMv1
देखते ही देखते सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के वीडियो वायरल हो गए और मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल गया। गणेशपेठ थाने में इस मामले को लेकर शिकायत भी दर्ज कराई गई। शिकायत दर्ज होते ही बड़ी संख्या में लोग महल इलाके में इकट्ठा होने लगे और विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया।
शहर में भड़की हिंसा, पुलिस पर भी हमला
रात होते-होते हालात बेकाबू हो गए और महल, हंसपुरी और अन्य इलाकों में हिंसा शुरू हो गई। उपद्रवियों ने पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ शुरू कर दी। भीड़ इतनी उग्र हो गई कि पुलिस को उन्हें काबू में लाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
हिंसा के दौरान तीन पुलिसकर्मी समेत नौ लोग घायल हो गए। पुलिस उपायुक्त निकेतन कदम गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि अन्य दो पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं।
#WATCH | Nagpur (Maharashtra) violence: Police undertake combing operation in Mahal. Tensions broke out in Mahal area of Nagpur following a dispute between two groups.
Those involved are being identified and arrested. Section 144 has been imposed. Police have directed people… pic.twitter.com/PLg0HQRPjf
#WATCH | Nagpur (Maharashtra) violence: A local, Sunil Peshne, whose car was set on fire in the violence, says, "This incident happened around 8.30 pm. A mob of 500-1000 people pelted stones. They even torched our car…They vandalised around 25-30 vehicles." pic.twitter.com/hDqWICrWAI
हंसपुरी के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि नकाबपोश उपद्रवी स्टिक, धारदार हथियार और बोतलें लिए हुए थे। उन्होंने दुकानों और घरों पर हमला किया, वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
महल इलाके के एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा,
“हमारी कार को दंगाइयों ने जला दिया। करीब 500-1000 लोगों की भीड़ ने पथराव किया। उन्होंने 25-30 वाहनों को नुकसान पहुंचाया। हमारे घरों की खिड़कियां और दरवाजे तोड़ दिए। यहां तक कि छोटे बच्चों को भी निशाना बनाया गया।”
पुलिस का बड़ा एक्शन: 15 उपद्रवी गिरफ्तार
पुलिस ने हिंसा पर नियंत्रण पाने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया और अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया दल), दंगा नियंत्रण पुलिस और राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) की तैनाती कर दी गई है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया: सरकार पर हमलावर विपक्ष
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शांति बनाए रखने की अपील की और अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा।
सीएम फडणवीस ने कहा:
“नागपुर शहर को शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहिए। पुलिस हालात को संभाल रही है। अफवाहों से बचें और कानून व्यवस्था में सहयोग करें।”
#WATCH | Nagpur (Maharashtra) violence: Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, "The manner in which the situation became tense in Mahal area of Nagpur is highly condemnable. A few people pelted stones, even at the Police. This is wrong. I am keeping an eye on the situation. I… pic.twitter.com/nBUqPv7D5U
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी नागपुरवासियों से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और शांति बनाए रखें।
कांग्रेस का BJP सरकार पर हमला
कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने राज्य सरकार की विफलता को हिंसा का जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मंत्रियों के भड़काऊ भाषणों ने हिंसा भड़काने का काम किया।
सपकाल ने कहा:
“नागपुर का इतिहास शांतिपूर्ण रहा है। यह हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित है। राज्य सरकार और गृह विभाग पूरी तरह से फेल हो चुके हैं।”
शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने भी राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाया और भड़काऊ भाषणों को इसका कारण बताया।
निष्कर्ष: हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में
नागपुर में हुई हिंसा से शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन के कड़े कदमों के चलते स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है।
शहर में कर्फ्यू जारी
15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है
सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है
शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है
अब सबकी नजरें प्रशासन पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में स्थिति को पूरी तरह से सामान्य बनाने में वह कितनी सफल होती है।
VIKAS TRIPATHI
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