गाजीपुर: पीएम श्री कंपोजिट स्कूल, मरदह में शनिवार को प्रथम वार्षिकोत्सव “उड़ान” बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिसे देखकर दर्शकों ने तालियों की गूंज से उनका उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ एवं स्वागत सम्मान
मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख मरदह सीता सिंह ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विद्यालय परिवार ने सभी आगंतुकों का माल्यार्पण, बैज अलंकरण, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
छात्र-छात्राओं की शानदार प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, बिजली बचाओ गीत, होली उत्सव, भोजपुरी गीत, प्रेरणा गीत, शिक्षा मेरा अधिकार समूह नृत्य, हिंदी भाषा का महत्व भाषण, स्वच्छता पर समूह गीत, स्कूल चले हम गीत, मेरे घर राम आए हैं नृत्य गीत आदि प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया।
अतिथियों के विचार
- ब्लॉक प्रमुख सीता सिंह ने कहा कि शिक्षा के साथ सांस्कृतिक, सामाजिक और नैतिक मूल्यों का विकास भी आवश्यक है, और इस तरह के आयोजनों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।
- जिला पंचायत सदस्य शशि प्रकाश सिंह ने कहा, “शिक्षा शेरनी का दूध है, जो पीएगा वही दहाड़ेगा।” अभिभावकों को जागरूक होकर अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहिए ताकि विकसित भारत का सपना साकार हो सके।
- खंड शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार यादव ने विद्यालय द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए इसे एक सफल आयोजन बताया।
- ग्राम प्रधान ज्योत्सना पटवा ने कहा कि वार्षिकोत्सव का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों एवं समुदाय की सहभागिता बढ़ाना, छात्रों में आत्मविश्वास, अनुशासन और उत्तरदायित्व की भावना विकसित करना है।
- डायट प्रवक्ता डॉ. मंजर कमाल ने सांस्कृतिक गतिविधियों को नैतिक मूल्यों, नेतृत्व क्षमता, सामाजिक समरसता और रचनात्मकता को बढ़ावा देने का सशक्त माध्यम बताया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
इस मौके पर राजीव सिंह, अश्विनी गुप्ता, इकबाल अंसारी, प्रभांश कुमार, प्रधानाध्यापिका सत्यवती मौर्य, माया सिंह, उपेंद्र कुमार, रजनी सिंह, राजेश भारती, अंजली कन्नौजिया, दुर्गेश कुमारी, अनामिका गुप्ता, दुर्गा प्रसाद सिंह, पुष्पा चतुर्वेदी, रानी दुबे, विजय मल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रामप्रवेश कन्नौजिया प्रीतम ने की, जबकि संचालन अंजली कन्नौजिया एवं रविंद्र प्रसाद मौर्य ने संयुक्त रूप से किया।