गाजीपुर – मोहम्मदाबाद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बुधवार को एक नवजात की प्रसव के दौरान मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद परिजनों और गांव रसूलपुर हकीम के सैकड़ों ग्रामीणों में आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में जमकर प्रदर्शन किया और स्टाफ पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए।पीड़ित अभय कुमार बिंद, निवासी ग्राम रसूलपुर हकीम, ने बताया कि उनकी पत्नी रामभा बिंद को प्रसव पीड़ा होने पर वे सुबह अस्पताल लेकर पहुंचे। आरोप है कि अस्पताल पहुंचने पर कोई महिला चिकित्सक मौजूद नहीं थी, और स्टाफ नर्स ने प्रसव की प्रक्रिया शुरू कर दी। इलाज के दौरान रामभा की तबीयत बिगड़ने लगी, लेकिन परिजनों द्वारा बार-बार जानकारी देने के बावजूद अस्पताल अधीक्षक या कोई वरिष्ठ डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि स्टाफ नर्स की लापरवाही के चलते शिशु की जन्म के समय ही मौत हो गई।घटना की सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान जोगी बिंद, अरुण बिंद और मुहम्मदाबाद ब्लॉक प्रमुख अवधेश राय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए और धरना-प्रदर्शन करने लगे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में पर्याप्त सुविधाओं और प्रशिक्षित स्टाफ का अभाव है, जिससे पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं।प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने दोषी स्टाफ नर्सों को तत्काल निलंबित करने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की।इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ. आशीष राय ने कहा कि यह मामला गंभीर है और इसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।