गाजीपुर – स्व माफिया मुख्तार अंसारी के भाई सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ गाज़ीपुर पुलिस ने FIR दर्ज किया है। उन्होंने 3 दिन पहले मठ, मंदिर और कुंभ को लेकर बयान दिया था। कहा था- मठों में साधु-संत भकाभक गांजा पीते हैं। लखनऊ में पी रहे थे। महाकुंभ में एक मालगाड़ी गांजा भेजा जाए तो खप जाएगा। गाजीपुर पुलिस ने उनके इस बयान पर स्वतः संज्ञान लेते हुए FIR दर्ज स्थानीय चौकी इंचार्ज के तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। चौकी प्रभारी राजकुमार शुक्ला ने तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। उनके खिलाफ 353(3) बीएनएस के तहत FIR दर्ज हुआ है।
मिडिया में बयान देते हुए

गाजीपुर में अफजाल अंसारी ने 3 दिन पुर्व गुरुवार को पत्रकार भवन में मीडिया से बात कर कहा की। तब उन्होंने एनकाउंटर, गांजा के इस्तेमाल, तिरुपति प्रसाद में मिलावट पर बयान दिया। इंटरव्यू में उनकी प्रमुख बातें यह रही कि गांजा को वैध कर देना चाहिए। लाखों-करोड़ों लोग खुलेआम गांजा पीते हैं। उसे भगवान का प्रसाद और भगवान की बूटी कहकर पीते हैं। भगवान की बूटी है, तो अवैध क्यों? अपने योगी बाबा से कहिए, गांजा को कानून में मान्यता दिलाएं। अगर गांजा कानूनन अवैध है, तो पीने की छूट क्यों? ये दोहरी नीति नहीं चलेगी।
कुंभ में एक मालगाड़ी गांजा चला जाए तो खप जाएगा। साधु, संत, महात्मा और समाज के बहुत लोग गांजा बड़े शौक से पीते हैं। न यकीन हो तो मेरे साथ गाजीपुर के मठों में चलकर देखिए। लखनऊ में भी पी रहे हैं। मेरी मांग है कि इसे कानून का दर्जा दे दीजिए।
- तिरुपति बालाजी के लड्डू प्रसादम विवाद पर कहा- यह सब विवाद इसलिए हुआ है, ताकि गुजरात की कंपनी को बालाजी के मंदिर के प्रसाद का ठेका पहुंच जाए। इसलिए ये प्रचार किया गया। प्रसाद के घी का अंश है, न कि किसी जानवर का।
- यूपी में एनकाउंटर को जाति के चश्मे से नहीं देखना चाहिए। किसी कार्रवाई का विरोध नहीं है, मकसद इतना है कि कार्रवाई सही हो। हमारा कानून इस बात की इजाजत नहीं देता है कि किसी बात की कहानी बनाकर, किसी घटना का जिम्मेदार बता करके किसी को ठोका जाए। लेकिन, हमारे प्रदेश के मुखिया ही सदन में भी ठोक दो डायलॉग कहते हैं।
- मीडियावालों से कहा- अपने बाबा योगी से कहिए कि नई शराब की दुकान बंद कराएं, जो बिहार बॉर्डर पर खोली गई है। किस धर्म में कहा गया है कि शराब की दुकानों का विस्तार कीजिए।
चौकी प्रभारी राजकुमार शुक्ला ने जो FIR दर्ज कराया है। उसमें लिखा है- अफजाल अंसारी ने बयान दिया है कि गांजा को कानून का दर्जा देकर वैध कर दो। बड़े बड़े धार्मिक आयोजनों में लोग गांजा पीते हैं। उसे भगवान का प्रसाद और बूटी कहकर पीते हैं। अगर वह भगवान का प्रसाद है और भगवान की बूटी है तो उसे कानून में मान्यता दो। बहुत सारे साधु, संत, महात्मा समाज के लोग गांजा को बड़ा शौक से पीते हैं।
सांसद के इस बयान से साधु समाज द्वारा सोशल मीडिया पर अपना रोष प्रकट किया जा रहा है। सांसद का यह बयान धारा 353(3) बीएनएस के तहत दंडनीय है। इस संबंध में एएसपी ग्रामीण ज्ञानेंद्र प्रसाद ने कहा कि सांसद के द्वारा एक समाज और धर्म पर टिप्पड़ी पर संज्ञान लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है।
