गाजीपुर – ऐतिहासिक और प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी की ओर से 21 सितंबर को रामलीला के छठवें दिन भगवान श्रीराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा हरिशंकरी से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पहाड़खां स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर तक पहुंची।रामलीला के मंचन में दिखाया गया कि कैसे श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता ने माता-पिता की आज्ञा तथा गुरु महर्षि वशिष्ठ की प्रेरणा से वनगमन का निर्णय लिया। कथा प्रसंग में प्रभु श्रीराम अपने भाई और पत्नी संग अयोध्यावासियों तथा महर्षि वशिष्ठ के साथ बन प्रदेश के लिए प्रस्थान करते हैं। इसी भाव को जीवंत करते हुए श्रीराम-लक्ष्मण-सीता रथ पर सवार होकर हरिशंकरी से महाजन टोली तक आए, जहां से शोभायात्रा आगे बढ़ी।शोभायात्रा में आगे-आगे बैंड बाजा “रामजी की लीला है न्यारी” की धुन बजा रहा था, जिसके पीछे भक्तगण भक्ति गीत गाते हुए चल रहे थे। जगह-जगह श्रद्धालु शोभायात्रा का स्वागत कर भजनों की प्रस्तुति दे रहे थे। यात्रा का मार्ग झुन्नुलाल चौराहा, आमघाट, राजकीय महिला महाविद्यालय, ददरी घाट चौक, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, महुआबाग चौक होते हुए विशेश्वरगंज पहुँचा और अंततः पहाड़खां पोखरा के समीप स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर पर सम्पन्न हुआ।शोभायात्रा के आयोजन में कमेटी के मंत्री ओमप्रकाश तिवारी, उपमंत्री पं. लवकुमार त्रिवेदी, प्रबंधक मनोज कुमार तिवारी, उपप्रबंधक मयंक तिवारी, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी सक्रिय रूप से मौजूद रहे। भक्तिभाव और उल्लास से परिपूर्ण इस आयोजन ने नगरवासियों को रामलीला की पौराणिक परंपरा और अध्यात्म से जोड़ दिया।