
Quad Foreign Ministers’ Meeting Scheduled: अमेरिका में 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर के अगले ही दिन, 21 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में क्वाड देशों (ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका) के विदेश मंत्रियों की बैठक होने की संभावना है।
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की पहली अहम बैठक
यह बैठक डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय वार्ता होगी। इसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए रणनीतियों पर चर्चा होगी। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग, और अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रुबियो इस बैठक में शामिल होंगे।
चीन का क्वाड पर विरोध
क्वाड समूह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और नेविगेशन की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के लिए कार्य करता है। चीन हमेशा से इस समूह का विरोध करता रहा है, क्योंकि यह चीन के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ एक रणनीतिक पहल के रूप में देखा जाता है।
दक्षिण चीन सागर विवाद और ताइवान जैसे मुद्दों पर चीन का आक्रामक रुख क्वाड देशों के लिए चिंता का विषय रहा है। इसके अलावा, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते रूस, ईरान, और उत्तर कोरिया जैसे देश चीन पर अपनी निर्भरता बढ़ा रहे हैं।
क्वाड: क्या है इसका उद्देश्य?
क्वाड (QUAD) चार देशों का एक समूह है—ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका। इसका उद्देश्य समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखना है। यह समूह 2007 में शुरू हुआ था, लेकिन 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद यह निष्क्रिय हो गया। 2017 में इसे पुनर्जीवित किया गया।
क्वाड बैठक भारत के लिए खास महत्व रखती है, क्योंकि यह न केवल चीन के खिलाफ संतुलन बनाने में मदद करता है, बल्कि भारत की आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को भी मजबूत करता है।
इस बैठक के जरिए अमेरिका और अन्य क्वाड देशों के बीच सहयोग को और गहराई देने की उम्मीद है।