
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। शुक्रवार (29 नवंबर) को एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात ने राज्य की सियासी हलचल को और तेज कर दिया।
‘निजी काम से की थी मुलाकात’
जितेंद्र आव्हाड ने इस मुलाकात पर खुद सफाई देते हुए कहा, “मैं मुख्यमंत्री से निजी काम के सिलसिले में मिलने आया था।” वहीं, जब उनसे शिंदे की कथित नाराजगी पर सवाल किया गया, तो आव्हाड ने कहा, “मुख्यमंत्री नाराज नहीं हैं। सिर्फ चेहरा देखकर कोई यह नहीं बता सकता कि वह खुश हैं या नाराज।”
सतारा दौरे पर गए शिंदे
इसी दिन महायुति की एक महत्वपूर्ण बैठक भी होनी थी, लेकिन उससे पहले कार्यवाहक सीएम शिंदे अपने गृह जिले सतारा चले गए। विपक्ष ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि महायुति में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है, और शिंदे नाराज होकर सतारा चले गए हैं।
‘महायुति में सबकुछ ठीक है’
हालांकि शिवसेना नेताओं ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि “एकनाथ शिंदे अक्सर सतारा जाते रहते हैं, इसमें कोई असामान्य बात नहीं है।”
शिवसेना नेता भरतशेत गोगावले ने कहा, “सीएम से हमारी मुलाकात हुई है और सबकुछ ठीक है। वह अब आराम के मूड में हैं। कोई नाराजगी नहीं है, कोई असहमति नहीं है।”
जितेंद्र आव्हाड ने भी मुलाकात के बाद दोहराया कि “शिंदे का सतारा जाना सामान्य बात है और महायुति में कोई मतभेद नहीं है।”