
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता का माहौल है। इसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली स्थित उनके आवास पर कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपातकालीन बैठक जारी है। इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई, जबकि 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है।
हाई-लेवल मीटिंग में शामिल हैं देश के टॉप सुरक्षा अधिकारी
बैठक में शामिल प्रमुख नेताओं और अधिकारियों में शामिल हैं:
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल
- विदेश मंत्री एस जयशंकर
- सेना, रॉ (RAW), IB और NIA के शीर्ष अधिकारी
सूत्रों के मुताबिक बैठक में हमले की परिस्थितियों, इंटेलिजेंस फेल्योर, और आतंकी संगठनों की मंशा व नेटवर्क पर गहन चर्चा की जा रही है। इसके अलावा, भविष्य में ऐसे हमलों से बचाव की रणनीति और आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई को लेकर भी विचार-विमर्श चल रहा है।
अमित शाह ने घटनास्थल का दौरा कर घायलों से की मुलाकात
गृह मंत्री अमित शाह आज सुबह ही पहल्गाम के घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सुरक्षाबलों से ब्रीफिंग ली और घायलों से अस्पताल में मिलकर उनका हालचाल जाना। शाह ने श्रीनगर में हमले में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि भी दी।
गौरतलब है कि अमित शाह हमले के कुछ घंटों बाद ही श्रीनगर रवाना हो गए थे, और आज दोपहर दिल्ली लौटते ही सीधे CCS बैठक में शामिल हुए।
हमले की जानकारी: कैसे हुआ हमला?
रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को सुबह करीब 10 बजे आतंकियों ने तीन तरफ से गोलीबारी शुरू की, जिसका मुख्य निशाना स्थानीय नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों का एक समूह था। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि हमले को लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन ने अंजाम दिया हो सकता है।
पीएम मोदी ने हमले की निंदा की, कार्रवाई के संकेत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।” सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को जल्द कार्रवाई का निर्देश भी दिया है।
इंटेलिजेंस विफलता या बड़ा नेटवर्क?
अब सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या खुफिया एजेंसियों से चूक हुई? क्या आतंकियों ने स्थानीय नेटवर्क की मदद से हमले को अंजाम दिया? CCS बैठक में इन पहलुओं पर गहन मंथन हो रहा है और जल्द ही NIA या किसी संयुक्त एजेंसी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
प्रमुख बिंदु:
- आतंकी हमले में 28 की मौत, 10 घायल
- प्रधानमंत्री आवास पर CCS की आपात बैठक जारी
- अमित शाह ने घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया
- सुरक्षा एजेंसियों को त्वरित और सख्त जवाबी कार्रवाई के निर्देश
- आतंकी संगठनों के नेटवर्क और इंटेलिजेंस फेल्योर पर जांच
- बैठक में NSA, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और सुरक्षा प्रमुख शामिल
यह हमला एक बार फिर बताता है कि जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापना के प्रयासों को कैसे चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। अब देखना यह है कि केंद्र सरकार इस हमले का जवाब किस रणनीति से देती है।