
Padma Vibhushan and Padma Bhushan Awards Announced on Republic Day Eve: गणतंत्र दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर केंद्र सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक, पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार 7 हस्तियों को पद्म विभूषण और 19 को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इन पुरस्कारों के जरिए कला, साहित्य, शिक्षा, विज्ञान, चिकित्सा, समाज सेवा, व्यापार, सार्वजनिक जीवन और खेल जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों का सम्मान किया जाता है।
शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण
इस वर्ष बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। शारदा सिन्हा ने लोक संगीत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। छठ गीतों से लेकर भारतीय पारंपरिक संगीत को जन-जन तक पहुंचाने में उनका योगदान अविस्मरणीय है।
साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण
संघ परिवार और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में प्रमुख भूमिका निभाने वाली साध्वी ऋतंभरा को इस बार पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। उनकी पहचान न केवल एक धार्मिक और आध्यात्मिक नेता के रूप में है, बल्कि समाज सेवा में भी उनका योगदान महत्वपूर्ण है।
पद्म विभूषण: 7 हस्तियों को मिला सम्मान

पद्म विभूषण, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है, इस बार 7 हस्तियों को प्रदान किया जाएगा। इनमें से 3 को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाएगा। सम्मानित व्यक्तियों की सूची इस प्रकार है:
- शारदा सिन्हा (लोक गायन, मरणोपरांत)
- ओसामू सुजुकी (जापान के प्रसिद्ध कार निर्माता और सुजुकी मोटर्स के चेयरमैन, मरणोपरांत)
- एम. टी. वासुदेवन नायर (साहित्य और शिक्षा)
- दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी (चिकित्सा क्षेत्र में योगदान)
- जस्टिस (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर (जन सेवा)
- कुमुदिनी रजनीकांत लखिया (कला)
- लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम (कला, विशेष रूप से संगीत)
पद्म भूषण: 19 हस्तियों को मिला सम्मान
पद्म भूषण, देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान, इस बार 19 हस्तियों को प्रदान किया जाएगा। इनमें राजनीति, पत्रकारिता, अर्थशास्त्र और कला सहित कई क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां शामिल हैं। कुछ महत्वपूर्ण नाम हैं:

- राम बहादुर राय (पत्रकारिता)
- ए सूर्यप्रकाश (पत्रकारिता)
- विवेक देबरॉय (अर्थशास्त्र)
- साध्वी ऋतंभरा (समाज सेवा)
- सुशील मोदी (पूर्व उपमुख्यमंत्री, मरणोपरांत)
- मनोहर जोशी (शिवसेना के वरिष्ठ नेता, मरणोपरांत)
विशेष योगदान करने वाली अन्य हस्तियां
इसके अतिरिक्त, कई ऐसे नाम भी हैं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है और उन्हें पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। जैसे, चिकित्सा क्षेत्र में दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी ने गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में विश्व स्तरीय योगदान दिया है। वहीं, कुमुदिनी रजनीकांत लखिया और लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को वैश्विक पहचान दिलाई है।
पुरस्कारों का महत्व और प्रक्रिया
पद्म पुरस्कार भारत सरकार द्वारा 1954 में स्थापित किए गए थे। ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं:
- पद्म विभूषण: विशिष्ट और असाधारण सेवा के लिए।
- पद्म भूषण: उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिए।
- पद्म श्री: उल्लेखनीय सेवा के लिए।
इन पुरस्कारों के लिए चयन प्रक्रिया पारदर्शी और विशिष्ट है। यह पुरस्कार केवल उनकी सेवा के आधार पर दिए जाते हैं, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो।
गणतंत्र दिवस पर सम्मान समारोह
26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर, राष्ट्रपति भवन में आयोजित विशेष समारोह में इन सभी हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गणमान्य व्यक्ति और विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख लोग उपस्थित रहेंगे।
इस वर्ष के पद्म पुरस्कार उन व्यक्तियों की कहानी बयान करते हैं जिन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से न केवल अपने क्षेत्रों में बल्कि पूरे देश में प्रेरणा का स्रोत बनने का काम किया है।