
नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन पर भरोसा करेगी। गडकरी ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, “जिस तरह से राहुल गांधी बोलते हैं, उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता। मुझे लगता है कि लोगों को उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।”
राहुल गांधी पर तीखा पलटवार
प्रधानमंत्री मोदी की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से करते हुए “मेमोरी लॉस” के आरोप पर गडकरी ने कहा, “राहुल गांधी गैरजिम्मेदाराना बयान देते हैं।”
महायुति के सामने चुनौतियाँ
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद महायुति के सामने चुनौतियों के सवाल पर गडकरी ने कहा कि उस वक्त विपक्ष ने मतदाताओं को भ्रमित किया था। उन्होंने कहा, “एक नैरेटिव बनाया गया कि अगर हम 400 से ज्यादा सीटें जीतते हैं, तो संविधान में बदलाव कर देंगे। ऐसा कुछ भी नहीं है। न हम ऐसा करेंगे, न ही किसी और को करने देंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “अब लोगों को समझ में आ गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष का अभियान झूठ पर आधारित था। इस बार जनता ने महायुति का समर्थन करने का मन बना लिया है, जो पीएम मोदी के नेतृत्व में सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है।”
विकास की राजनीति पर गडकरी का जवाब
जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी विकास की राजनीति की बात करती है, लेकिन कुछ नेताओं के बयान जैसे ‘बांटेंगे तो काटेंगे’ पर गडकरी ने कहा, “हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं। हम सब एक हैं। कुछ मंदिर जाते हैं, कुछ मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च जाते हैं। लेकिन हम सभी भारतीय हैं और हमारे लिए देश सबसे ऊपर है।”
योगी आदित्यनाथ के बयान पर अजित पवार की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा योगी आदित्यनाथ के बयान पर आपत्ति जताने और महायुति में दरार के संकेत देने पर गडकरी ने कहा, “हम अलग-अलग पार्टियां हैं और जरूरी नहीं कि हम सबकी राय एक जैसी हो। मीडिया भी कई बार बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश करता है, जिससे गलतफहमी पैदा होती है। हमारा एकजुट होने का संदेश आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ है।”
जातिगत जनगणना पर गडकरी का बयान
राहुल गांधी द्वारा जातिगत जनगणना के मुद्दे पर सवाल उठाने पर गडकरी ने कहा, “असल मुद्दा गांव, गरीब और किसानों के कल्याण का है। गरीब की कोई जाति और धर्म नहीं होता। मुसलमान को भी पेट्रोल वही कीमत पर मिलता है, जो दूसरों को मिलती है।”
बीजेपी अध्यक्ष बनने की अटकलों पर गडकरी की सफाई
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बीजेपी अध्यक्ष बनना चाहेंगे, तो गडकरी ने स्पष्ट किया, “मैं पहले भी बीजेपी का अध्यक्ष रह चुका हूँ और अब उस पद के लिए मेरी कोई इच्छा नहीं है।”
यह बयान महाराष्ट्र चुनाव में महायुति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जहां गडकरी ने साफ शब्दों में राहुल गांधी और विपक्ष की रणनीति पर तीखा प्रहार किया है।