गाजीपुर – जनपद की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज़ है। इसकी बड़ी वजह है भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल और आनंद राय मुन्ना की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई सामूहिक मुलाकात, जिसने स्थानीय सियासी गलियारों में चर्चाओं का तूफान ला दिया है। इस मुलाकात को केवल एक औपचारिक शिष्टाचार नहीं, बल्कि आगामी 2027 विधानसभा चुनाव की रणनीतिक नींव के तौर पर देखा जा रहा है।
मुहम्मदाबाद सीट: ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और वर्तमान राजनीतिक माहौल
गाजीपुर की मुहम्मदाबाद विधानसभा सीट परंपरागत रूप से अंसारी परिवार के प्रभाव में रही है, जिसने दशकों तक यहां की राजनीति में पकड़ बनाए रखी। लेकिन अब भाजपा इस सीट पर अपनी गहरी पकड़ बनाने की तैयारी में है। इस सिलसिले में चंचल और मुन्ना की जोड़ी सक्रियता दिखा रही है।
विशाल सिंह चंचल, जो पहले से ही विधान परिषद में भाजपा का चेहरा हैं, उन्होंने आनंद राय मुन्ना को मुख्यमंत्री से मिलवाकर यह संकेत दे दिया है कि भाजपा आगामी चुनाव में स्थानीय और लोकप्रिय चेहरे को आगे बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है।
सीएम योगी से हुई मुलाकात: विकास और वादों की झलक
सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने मुन्ना द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सकारात्मक रुख अपनाया। इनमें वारूपुर गांव में 33 केवी पावर हाउस की स्थापना और नहरों की सफाई प्रमुख मुद्दे थे।
सीएम योगी ने इन प्रस्तावों को त्वरित संज्ञान में लेते हुए आश्वासन दिया कि कार्य जल्द शुरू होंगे। इस विकासपरक रुख को स्थानीय जनता के बीच मुन्ना की पकड़ और लोकप्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषण: नए समीकरण बनते-बिगड़ते इस मुलाकात के बाद राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि:भाजपा के भीतर मुहम्मदाबाद सीट के लिए अब स्पष्ट चेहरे की तलाश पूरी होती दिख रही है।
चंचल-मुन्ना गठजोड़ न केवल भाजपा के वोटबैंक को मजबूत करेगा, बल्कि विपक्षी खेमों में भी उथल-पुथल मचा सकता है।
इससे अंसारी परिवार के वर्चस्व को सीधी चुनौती मिल सकती है।विशेषज्ञ मानते हैं कि भाजपा नेतृत्व द्वारा मुन्ना को भाव देना, इस बात का संकेत है कि पार्टी अब परंपरागत जातीय समीकरणों के बाहर निकलकर स्थानीय स्तर पर मजबूत चेहरों को सामने लाना चाहती है।
कौन हैं आनंद राय मुन्ना?
आनंद राय मुन्ना, शहीद विधायक कृष्णानंद राय के भतीजे हैं।उन्होंने वर्षों से अपने ब्लॉक क्षेत्र में जनता के मुद्दों पर आवाज़ बुलंद की है।स्थानीय युवाओं और किसानों में उनकी साख मजबूत मानी जाती है।2027 में मुहम्मदाबाद सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह, विपक्ष में बेचैनी
इस घटनाक्रम के बाद:
भाजपा कार्यकर्ताओं में यह संदेश गया है कि पार्टी नए चेहरों को मंच दे सकती है।वहीं, विपक्षी दलों के भीतर इस मुलाकात को लेकर मंथन शुरू हो गया है।आने वाले दिनों में अन्य संभावित प्रत्याशियों की रणनीतियों में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।