नई दिल्ली, 22 अगस्त 2025: संसद के मानसून सत्र के समापन (21 अगस्त) के अगले दिन शुक्रवार सुबह संसद परिसर में गंभीर सुरक्षा चूक का मामला सामने आया। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार सुबह करीब 5:50–6:30 बजे एक शख्स रेलभवन की तरफ से लगे पेड़ की सहायता लेकर बाउंड्री वॉल फांद कर नई संसद भवन के गरुड़ द्वार तक पहुंच गया, जहां मौजूद सुरक्षा बलों ने उसे दबोच लिया।
दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ के सामने पूछताछ के दौरान आरोपित ने खुद को उत्तर प्रदेश का रामा (आयु लगभग 20 वर्ष) बताया; पुलिस ने बताया कि वह मानसिक रूप से अस्थिर दिख रहा है और उससे विस्तृत पूछताछ जारी है। पुलिस ने घटना की सूचना पाकर अधिकारी स्थिति का जायजा ले रहे हैं और संबंधित फुटेज एवं गार्ड ड्यूटी रेकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि घटना के समय परिसर में वैधानिक सदन कार्य नहीं चल रहा था, लेकिन संसद एक संवेदनशील एवं उच्च सुरक्षा क्षेत्र है; इसलिए इस तरह की किसी भी अनधिकृत प्रवेश-कुशलता को गंभीर सुरक्षा चूक माना गया है। जांच यह निर्धारित करने की कोशिश कर रही है कि व्यक्ति सुरक्षा घेरे को कैसे भेद गया और क्या किसी और की संलिप्तता थी।
इस घटना ने देश में संसद सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल उठा दिए हैं। पिछले साल भी इसी तरह दीवार फांदकर परिसर में घुसने का एक मामला दर्ज हुआ था और दिसंबर 2023 में लोकसभा की दर्शक दीर्घा से दो व्यक्तियों के अंदर कूदकर पीली गैस छोड़ने वाली घटना ने सुरक्षा पर व्यापक चर्चा छेड़ दी थी — उन घटनाओं के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था पर अनेक सुझाव और जांचें चलीं।
पुलिस ने प्रारम्भिक तौर पर कहा है कि आरोपी को हिरासत में लेकर मेडिकल और साइकोलॉजिकल जांच करवाई जा रही है तथा घटना से जुड़े CCTV फुटेज, परिमंडल की द्वार-रजिस्टर और ड्यूटी रोटेशन की तफ्तीश की जा रही है। अग्रिम जाँच-रिपोर्ट आने पर ही इस बात का स्पष्ट उत्तर मिल पाएगा कि यह अकेला प्रयास था या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।
संसद परिसर की सुरक्षा अब केंद्रीय सशस्त्र बलों (CISF) और स्थानीय पुलिस के संयुक्त निरीक्षण के दायरे में पुनःकठोर समीक्षा के अधीन होगी। अधिकारी कहते हैं कि ऐसे मामलों से न सिर्फ परिसर की सुरक्षा पर प्रश्न उठते हैं, बल्कि व्यापक तौर पर राष्ट्रीय प्रतीक की सुरक्षा और लोकसत्ता के संचालन की अखंडता भी प्रभावित होती है।
क्या अब तक सामने आया है:
-
घटना की समयावधि: सुबह लगभग 5:50–6:30 बजे।
-
तरीका: पास स्थित पेड़ पर चढ़ कर बाउंड्री वॉल पार कर परिसर में घुसने का प्रयास; गरुड़ द्वार तक पहुंचने के बाद हिरासत। आरोपी की पहचान: अपने नाम से उत्तर प्रदेश निवासी ‘रामा’ (≈20 वर्ष) बताया; मानसिक स्थिति पर संदेह।
-
जांच: CCTV, गार्ड-ड्यूटी रेकॉर्ड व संदिग्ध के बयान की छानबीन जारी।
सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ इस घटना की व्यापक समीक्षा के बाद सुरक्षा मानकों में आवश्यक संशोधन कर सकती हैं। संसद परिसर के आसपास की पेड़ों-बाड़ों-एंट्री-नोड्स की समीक्षा, गार्ड-पोस्टिंग की स्ट्रिक्टनेस और कैमरा कवरेज की पुनःजाँच प्राथमिक कदम होंगे। यह घटना यह याद दिलाती है कि संवेदनशील संस्थानों की सुरक्षा निरंतर निगरानी और अपडेट मांगती है।














