
महाराष्ट्र के सांगली जिले में गुरुवार को एक खाद कारखाने में हुए धमाके और गैस रिसाव से तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो महिलाएं शामिल हैं। इस हादसे में नौ अन्य लोग घायल हो गए। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, गैस रिसाव के कारण सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा कब और कहां हुआ?
एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि यह विस्फोट सांगली जिले के कड़ेगांव तहसील स्थित शालगांव एमआईडीसी के म्यांमार केमिकल कंपनी में 21 नवंबर को शाम 6:30 बजे हुआ।
सांगली के पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे के अनुसार, मृतकों में सुरक्षा गार्ड और दो महिलाएं शामिल हैं। गैस को अमोनिया होने का संदेह है। मृत महिलाओं की पहचान सुचिता उत्हाले (50) और नीलम रेठरेकर (26) के रूप में हुई है। सुचिता सांगली जिले के येटगांव की निवासी थीं, जबकि नीलम सांगली के मसूर की रहने वाली थीं।
कड़ेगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक संग्राम शेवाले ने बताया, “गैस रिसाव के कारण यूनिट में काम कर रहे 12 लोग प्रभावित हुए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इनमें से दो महिला मजदूर और एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई। नौ अन्य का इलाज जारी है।”
घायलों का हाल
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल सात लोगों को कराड के सह्याद्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से पांच को आईसीयू में रखा गया है।
अमोनिया कितना घातक है?
अमोनिया के संपर्क में आने से होने वाले खतरे:
- अगर अमोनिया गैस को अधिक मात्रा में सांस के जरिए अंदर ले जाया जाए, तो यह श्वसन तंत्र को प्रभावित कर सकती है।
- यह गले और श्वासनली में जलन का कारण बन सकती है।
- फेफड़ों की म्यूकस झिल्ली पर गंभीर प्रभाव डालते हुए श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती है।
- पर्याप्त वेंटिलेशन की कमी या बंद जगह में होने पर दम घुटने की आशंका भी बढ़ जाती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
- अमोनिया के संपर्क में आने से वायुमार्ग और फेफड़ों की वायुकोशिकाओं में सूजन और रुकावट हो सकती है।
- लंबे समय तक इसका संपर्क श्वसन तंत्र की विफलता या मृत्यु का कारण बन सकता है।
यह घटना औद्योगिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है।