
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी-नेतृत्व वाली महायुति ने 200 से अधिक सीटों पर बढ़त दर्ज की है, लेकिन उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने इन रुझानों को खारिज करते हुए साजिश का आरोप लगाया।
चुनाव परिणाम के रुझान (सुबह 11 बजे)
- महायुति (बीजेपी-शिवसेना-एनसीपी अजित पवार गुट): 223 सीटें
- महाविकास अघाड़ी (शिवसेना यूबीटी-एनसीपी शरद पवार गुट-कांग्रेस): 55 सीटें
- निर्दलीय: 2 सीटें
संजय राउत का आरोप
संजय राउत ने चुनाव परिणामों को लेकर गंभीर सवाल उठाए:
- “एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 56 सीटें और अजित पवार गुट को 40 से ज्यादा सीटें कैसे मिल सकती हैं?”
- “शरद पवार (एनसीपी) 10 सीटें भी क्यों नहीं जीत सके? यह जनता का फैसला नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश है।”
- “हमारे पास जमीनी रिपोर्ट थी कि बीजेपी को 62-70 सीटें मिलेंगी, लेकिन ऐसा नतीजा कैसे आया?”
महायुति की योजनाओं पर सवाल
राउत ने बीजेपी की ‘लड़की-बहिन योजना’ को महायुति की जीत का कारण मानने से इनकार किया।
गौतम अडानी पर निशाना
संजय राउत ने कहा:
- “गौतम अडानी पर कल गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। उनके खिलाफ लगे आरोप अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी और एकनाथ शिंदे पर भी सवाल उठाते हैं।”
- “अजित पवार और शिंदे के सभी विधायक कैसे चुनाव जीत सकते हैं?”
‘यह मराठी किसानों का जनादेश नहीं’
संजय राउत ने कहा कि यह चुनाव परिणाम मराठी किसानों और आम जनता का जनादेश नहीं है।
- “हमें बताया गया था कि शिंदे गुट 20 सीटों से आगे नहीं जाएगा। यह नतीजे जमीन पर काम करने वालों की हकीकत नहीं दिखाते।”
शीतल म्हात्रे का पलटवार
शिवसेना नेता शीतल म्हात्रे ने संजय राउत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा:
- “संजय राउत को मानसिक अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए।”
- उन्होंने ‘गद्दार’ टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए कहा, “अब पता चलेगा कि असली शिवसेना कौन सी है।”
क्या आगे होगा?
शिवसेना (यूबीटी) और महाविकास अघाड़ी ने चुनाव परिणामों पर गंभीर संदेह जताया है।
महायुति की भारी बढ़त ने राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव कर दिया है। अब यह देखना अहम होगा कि विपक्ष किस तरह से इन नतीजों का सामना करता है।