
अर्शदीप सिंह गिल, जिसे अर्श डल्ला के नाम से जाना जाता है, पहले से ही 50 से अधिक हत्याओं के मामलों में आरोपी है और हाल ही में अक्टूबर के अंत में कनाडा में गिरफ्तार हुआ था। अब, एक घरेलू हिंसा का मामला भी उसके खिलाफ ब्रिटिश कोलंबिया में दर्ज किया गया है।
घरेलू हिंसा के आरोप
ब्रिटिश कोलंबिया के कोर्ट दस्तावेजों के अनुसार, डल्ला के खिलाफ एक मामला “K” के तहत दर्ज है, जिसे प्रांत में संबंधित साथी हिंसा (इंटीमेट पार्टनर वायलेंस) के लिए उपयोग किया जाता है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला उसके पहले से लंबित आपराधिक मामलों में एक और जोड़ है।
पंजाब पुलिस और NIA को वांछित
डल्ला, जो सरे, ब्रिटिश कोलंबिया का निवासी है, भारत की पंजाब पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा वांछित है। NIA ने उसकी गिरफ्तारी पर ₹10 लाख का इनाम घोषित किया है।
नए और पुराने मामलों का ब्यौरा
- घरेलू हिंसा और अन्य आरोप:
- डल्ला 19 दिसंबर को एबॉट्सफोर्ड की प्रांतीय अदालत में पेश होगा, जहाँ वह हमला (Assault) और उत्पात (Mischief) के आरोपों का सामना करेगा।
- फरवरी 2024 में वह सरे की अदालत में भी एक हमले के मामले में पेश हुआ था।
- फायरआर्म से संबंधित मामला:
- 28 अक्टूबर को डल्ला को हल्टन क्षेत्रीय पुलिस ने फायरआर्म के इस्तेमाल के मामले में गिरफ्तार किया।
- उसे “Discharging Firearm with Intent” के आरोप में उसके सह-आरोपी के साथ अभियोगित किया गया है।
- भारत में आतंकवाद के आरोप:
- डल्ला को खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का नेता माना जाता है।
- भारत सरकार ने जनवरी 2023 में उसे आतंकवादी घोषित किया था, जिसमें पंजाब में टारगेटेड किलिंग, आतंकी फंडिंग, और जबरन वसूली जैसे आरोप शामिल हैं।
निज्जर कनेक्शन
डल्ला को प्रो-खालिस्तान नेता हरदीप सिंह निज्जर का करीबी माना जाता है, जिसकी जून 2023 में सरे, कनाडा में हत्या कर दी गई थी। भारत सरकार का मानना है कि निज्जर की हत्या के बाद डल्ला ने KTF का नेतृत्व संभाला।
भारत प्रत्यर्पण का मामला
- भारतीय सरकार ने कनाडाई अधिकारियों से डल्ला को प्रत्यर्पित करने की मांग की है।
- विदेश मंत्रालय (MEA) ने 14 नवंबर को फिर से डल्ला के प्रत्यर्पण का अनुरोध दोहराया।
- हालाँकि, कनाडाई अदालतों ने अब तक कोई औपचारिक कदम नहीं उठाया है।
अर्श डल्ला के खिलाफ दर्ज मामले न केवल उसकी आपराधिक गतिविधियों को उजागर करते हैं बल्कि भारत-कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव को भी दर्शाते हैं। डल्ला पर आरोप, चाहे घरेलू हिंसा हो या आतंकवाद, अब तक कनाडाई कानून में सिद्ध नहीं हुए हैं, लेकिन भारत की ओर से उसका प्रत्यर्पण कराना प्राथमिकता बनी हुई है