गाजीपुर – नोनहरा में मंगलवार को हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक सैय्यद मोहम्मद जान साह उर्फ जिन बाबा का सालाना उर्स अकीदत के साथ मनाया गया। इस मौके पर जिन बाबा के मजार को सुन्दर तरीके से सजाया गया और विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रमुख कार्यक्रमों में कुरान खानी, जियारत और प्रसाद चढ़ाने की रस्में शामिल रहीं।दोपहर 1 बजे से जिन बाबा की याद में एक भव्य चादर यात्रा का आयोजन हुआ, जो सोबराती के आवास से शुरू होकर पूरे नोनहरा बाजार का भ्रमण करते हुए बाबा के मजार पर पहुंची। इस यात्रा के दौरान कव्वाली का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में जयरीन एवं श्रद्धालुओं ने भाग लिया और एकता का प्रतीक बने इस पर्व को मनाया।चादर पोसी के बाद, जिन बाबा के सदर महबूब अली शाह कालंदरी उर्फ राही बाबा के नेतृत्व में कव्वाली की महफिल सजी, जिसमें जौनपुर के कव्वाल बच्चा महताब और गाजीपुर के अन्य कव्वालों ने खानकाही कव्वाली प्रस्तुत की। लोगों ने पूरी रात कव्वाली का लुत्फ उठाया और बाबा के मजार पर मन्नतें मांगी। मान्यता है कि यहां जो भी श्रद्धालु मन्नत मांगते हैं, उनकी मुरादें जरूर पूरी होती हैं।इस मौके पर सोबराती, दानिश इदरीश अंसारी, शाहिद ट्रेलर, कमलेश यादव, सुमित शर्मा, अजय कुमार सेठ, पिंटू शर्मा, नीरज कुमार, जोगिंद्र, विवेक कश्यप सहित सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति रही। सुरक्षा की दृष्टि से नोनहरा थाना प्रभारी और उनकी टीम ने पूरे आयोजन के दौरान व्यवस्था बनाए रखी। कार्यक्रम के समापन पर राही बाबा ने सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया।
