Saturday, August 2, 2025
Your Dream Technologies
HomeNationalभारत की नौसेना को मिले तीन नए शक्तिशाली युद्धपोत: आईएनएस सूरत, आईएनएस...

भारत की नौसेना को मिले तीन नए शक्तिशाली युद्धपोत: आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और आईएनएस वाघशीर

India’s Navy Receives Three New Powerful Warships: 15 जनवरी 2025, भारतीय नौसेना के लिए एक ऐतिहासिक दिन बनने जा रहा है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और आईएनएस वाघशीर पनडुब्बी को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल करेंगे। यह कदम भारत की समुद्री रक्षा को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

आईएनएस सूरत: स्वदेशी गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर

आईएनएस सूरत भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट 15बी के तहत निर्मित चौथा और अंतिम स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है। यह अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है और दुश्मनों के खिलाफ सटीक प्रहार करने की क्षमता रखता है। 7,400 टन के डिस्प्लेसमेंट के साथ, इसकी लंबाई 164 मीटर है। इसमें स्टेल्थ फीचर्स और उन्नत रडार सिस्टम है, जो इसे दुश्मनों द्वारा ट्रैक करना कठिन बनाते हैं। इसमें सतह-से-सतह और सतह-से-हवा मिसाइलें, टॉरपीडो और अन्य हथियार शामिल हैं।

आईएनएस नीलगिरी: भारतीय नौसेना की पहली स्टेल्थ फ्रिगेट

आईएनएस नीलगिरी प्रोजेक्ट 17ए के तहत निर्मित पहली स्टेल्थ फ्रिगेट है। यह 6,670 टन का डिस्प्लेसमेंट रखती है और 149 मीटर लंबी है। इस जहाज को ब्लू वॉटर ऑपरेशन के लिए डिजाइन किया गया है, जो पारंपरिक और गैर-पारंपरिक खतरों से निपटने में सक्षम है। इसमें सुपरसोनिक सतह-से-सतह मिसाइल और मीडियम रेंज सतह-से-हवा मिसाइलें शामिल हैं। रैपिड फायर क्लोज-इन वेपन सिस्टम और इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम (IPMS) इसे और भी सक्षम बनाते हैं।

आईएनएस वाघशीर: अत्याधुनिक स्कॉर्पीन-क्लास पनडुब्बी

आईएनएस वाघशीर भारतीय नौसेना की स्कॉर्पीन-क्लास पनडुब्बी है, जिसे डीजल-इलेक्ट्रिक सिस्टम से लैस किया गया है। यह 67 मीटर लंबी और 1,550 टन वजनी है। पनडुब्बी को गुप्त संचालन के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें वायर-गाइडेड टॉरपीडो, एंटी-शिप मिसाइल और उन्नत सोनार सिस्टम लगाए गए हैं। इसमें एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन (AIP) तकनीक जोड़ने की क्षमता भी है।

महिला अधिकारियों के लिए विशेष सुविधाएं

आईएनएस सूरत और आईएनएस नीलगिरी में महिला अधिकारियों और नाविकों के लिए विशेष आवासीय सुविधाएं प्रदान की गई हैं। यह कदम नौसेना में लैंगिक समावेशन और महिला अधिकारियों की भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में है।

इन तीनों युद्धपोतों के शामिल होने से भारतीय नौसेना की युद्ध क्षमता में वृद्धि होगी, और यह भारत की समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करेगा। इनकी स्वदेशी निर्माण क्षमता भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है, साथ ही भारतीय नौसेना की वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा भी सुदृढ़ होती है।

- Advertisement -
Your Dream Technologies
VIKAS TRIPATHI
VIKAS TRIPATHIhttp://www.pardaphaas.com
VIKAS TRIPATHI भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए "पर्दाफास न्यूज" चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments

Call Now Button