
हरदोई जिले में पुलिस की सख्त कार्यशैली के चलते अपराधियों में खौफ का माहौल बना हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त आपराधिक नीति का असर भी अपराधियों के मनोबल पर साफ नजर आ रहा है। सोमवार को हरदोई के पाली थाने में 22 हिस्ट्रीशीटर एकाएक थाने में पहुंचे और दरोगा जी के सामने हाजिरी लगाई। इन अपराधियों ने एक-एक कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और फिर थाना प्रांगण में एक साथ खड़े होकर कुछ ऐसा किया कि देखने वाले दंग रह गए। इस दृश्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई।
पुलिस प्रशासन द्वारा अपराध पर नियंत्रण के लिए पेशेवर अपराधियों की नियमित निगरानी की जाती है। हालाँकि, पिछले कुछ समय से इन अपराधियों की थाने में हाजिरी नहीं ली जा रही थी। पाली थाने के नए प्रभारी निरीक्षक आलोक मणि त्रिपाठी ने पदभार संभालते ही कस्बे के सभी हिस्ट्रीशीटरों को थाने में उपस्थित होने का आदेश दिया। इस आदेश के तहत उन अपराधियों को थाने बुलाया गया जिनके खिलाफ विभिन्न मामलों में छोटे-मोटे कई केस दर्ज हैं।
थाने पर बुलाए गए 52 हिस्ट्रीशीटरों में से 22 ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि तीन हिस्ट्रीशीटर बाहर होने के कारण नहीं आ सके। थाने पर उपस्थित हिस्ट्रीशीटरों को भविष्य में अपराध न करने की शपथ दिलाई गई। पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर, वर्तमान फोटो और आधार कार्ड नंबर प्राप्त कर उनके डोजियर को अपडेट किया। पुलिस ने चेतावनी दी कि थाने पर अनुपस्थित 27 हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी निरीक्षक त्रिपाठी ने सभी हिस्ट्रीशीटरों से अपील की कि वे खुद को अपराध से दूर रखें और किसी भी संभावित अपराध की जानकारी तुरंत थाने को दें। इस पहल का उद्देश्य अपराधियों को पुनर्वास की राह पर लाना और समाज में शांति बनाए रखना है।
हरदोई पुलिस की इस सख्त कार्यशैली और हिस्ट्रीशीटरों की इस पहल का स्थानीय लोगों ने स्वागत किया है, जो इसे अपराध मुक्त समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं। पुलिस का मानना है कि इस तरह की पहल से अपराधियों को मुख्यधारा में लौटने और समाज के लिए योगदान करने का मौका मिल सकता है।