Tuesday, July 1, 2025
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गुप्त नवरात्रि में 9 देवियों के साथ ही 10 महाविद्याओं की विशेष पूजा

बर्ष में चार नवरात्रि होती हैं, दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं एक माघ महीने में तो दूसरी आषाढ़ महीने में आषाढ़ी गुप्त नवरात्रि आगामी 6 जुलाई से प्रारंभ हो रही है जो 15 जुलाई तक रहेगी खास बात यह है कि इस बार नवरात्रि नौ दिन की नहीं बल्कि 10 दिन की है।

ज्योतिषाचार्य पंडित नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि आषाढ़ गुप्त नवरात्रि धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है, दश महाविद्याओं के अनुष्ठान गुप्त नवरात्रि में 9 देवियों के साथ ही 10 महाविद्याओं की विशेष पूजा की जाती है। इस वर्ष दश महाविद्या देवी के अनुष्ठान का काफी महत्व है 10 दिन की नवरात्रि सालों बाद आयी है, भक्त 10 दिन तक इस बार गुप्त नवरात्रि में दश महाविद्या देवी का पूजन करेंगे, नवरात्रि के इन 10 दिन में घरों और देवी मंदिरों में अखंड दीप जला कर मां शक्ति की उपासना की जाएगी, मान्यता है इस गुप्त नवरात्रि में मां की आराधना करने से 10 महाविद्याओं की सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
दस देवियों की करें पूजा
आचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के अनुसार देवी मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी देवी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, माता छिन्नमस्तिका, माँ धूमावती, बगलामुखी देवी, मातंगी देवी, माँ कमला देवी इन शक्तियों की पूजा गुप्त नवरात्र में की जाती है।

गुप्त नवरात्रि आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष से प्रारंभ हो रहे हैं ( 6 जुलाई 2024 शनिवार से 15 जुलाई 2024 सोमवार तक)
✍🏻गुप्त नवरात्र के दौरान कई साधक महाविद्या के लिए मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा करते हैं।

माँ दुर्गा के दस महाविद्या के सरूप में आराधना की जाती है, समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए माँ की गुप्त रूप से साधना होती है, बर्ष में 2 गुप्त नवरात्रि आती है जिनमे साधक तंत्रिक पूजन से भी माँ भगवती की आराधना करके प्रशन्न करते है, अनेक प्रकार की तांत्रिक साधनाये भी की जाति है,
कुछ वैदिक अनुष्ठान से यह कार्य भी लाभदायक रहते हैं जैसे………
पति प्राप्ति के लिये मन्त्र-
कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि !
नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:!!
यह मंत्र दुर्गा सप्तशती का संपुटित पाठ किसी योग्य ब्राहमण से करवाऐ माता से प्रार्थना करें हे माँ मै आपकी शरण में आ गयी मुझे शीघ्र अति शीघ्र सौभाग्य की प्राप्ति हो और मेरी मनोकामना शीघ्र पुरी हो माँ भगवती कि कृपा से अवश्य सफलता प्राप्त होगी।
पत्नी प्राप्ति के मंत्र
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानु सारिणीम्।
तारिणींदुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम.!!
माँ दुर्गा सप्तशती का संपुटित पाठ किसी योग्य ब्राह्मण से करवाऐ आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी होगी.!!
शत्रु पर विजय ओर शांति प्राप्ति के लिए
सर्वाबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि।
एवमेव त्वया कार्यमस्मद्दैरिविनाशनम्.!!
बाधा मुक्ति एवं धन-पुत्रादि प्राप्ति के लिएः
सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धन-धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यों मत्प्रसादेन भवष्यति न संशय..!!


“ज्योतिष शास्त्र, वास्तुशास्त्र, वैदिक अनुष्ठान व समस्त धार्मिक कार्यो के लिए संपर्क करें:-
✍🏻ज्योतिषाचार्य- पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, संपर्क सूत्र:- 9993652408, 7828289428

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