गाजीपुर। सनबीम स्कूल के छात्र आदित्य वर्मा की हत्या के मामले ने अब व्यापक जन आक्रोश का रूप ले लिया है। 18 अगस्त को स्कूल में छात्रों के बीच हुई मारपीट और चाकूबाजी में आदित्य की मौत के बाद परिजनों सहित सैकड़ों लोग 21 अगस्त को जिला मुख्यालय पर जुटे और एसपी व डीएम कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों को कठोर सजा दिलाने और स्कूल प्रशासन पर आपराधिक लापरवाही के तहत कार्रवाई की मांग की।परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद घायल आदित्य को करीब 15-20 मिनट तक स्कूल में ही छोड़ दिया गया। समय पर उपचार न मिलने के कारण अत्यधिक रक्तस्राव से उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने नौवीं कक्षा के दो छात्रों को हिरासत में लेकर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।प्रदर्शन में व्यापार मंडल और स्वर्णकार संघ समेत कई सामाजिक संगठन शामिल हुए। उन्होंने प्रशासन से स्कूल की मान्यता रद्द करने और दोषी स्टाफ के खिलाफ हत्या में लापरवाही का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। संगठनों का कहना है कि घटना के तीन दिन बाद भी न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी और न ही स्कूल प्रबंधन का कोई सदस्य पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।मृतक छात्र आदित्य के पिता शिवजी वर्मा ने कहा कि जब तक सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। वहीं, आदित्य की मां ने चेतावनी दी कि यदि न्याय नहीं मिला तो वे मुख्यमंत्री से मिलेंगी और जरूरत पड़ी तो विद्यालय के सामने आत्मदाह करेंगी।प्रदर्शन के दौरान जिला मुख्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। लोगों ने जमकर नारेबाजी की और डीएम व एसपी को ज्ञापन सौंपा। इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था और स्कूलों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन और जनसामान्य जानना चाहते हैं कि आखिर आदित्य की मौत का जिम्मेदार कौन है, और अब तक दोषियों पर कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं हुई।