गाजीपुर – राष्ट्रीय राजमार्ग 31 (वाराणसी-गाजीपुर मार्ग) पर स्थित रसूलपुर बेलवा – टी शेखपुर क्रॉसिंग पर लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से आक्रोशित क्षेत्रीय जनता ने शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन और संबंधित विभागों के खिलाफ विरोध जताया। लोगों की प्रमुख माँग थी कि इस जानलेवा क्रॉसिंग पर स्पीड ब्रेकर, अंडरपास या ओवरब्रिज जैसी स्थाई सुरक्षा व्यवस्था तुरंत स्थापित की जाए।
धरना का नेतृत्व कर रहे समाजवादी पार्टी नगर अध्यक्ष और पीजी कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री दिनेश यादव ने कहा कि यह मार्ग अत्यंत व्यस्त और खतरनाक बन चुका है। प्रतिदिन भारी वाहनों की तेज रफ्तार आवाजाही के कारण स्थानीय निवासियों, छात्र-छात्राओं, बुजुर्गों और राहगीरों को जान जोखिम में डालकर सड़क पार करनी पड़ती है।
दर्दनाक हादसे और लापरवाही
दिनेश यादव ने बताया कि 6 जुलाई को गाजीपुर के नसीरपुर निवासी जितेंद्र पाल के परिजनों की सड़क दुर्घटना में एक साथ चार मौतें हो गईं, जिससे पूरा परिवार उजड़ गया। इसी दुर्घटना के मात्र तीन दिन बाद रुहीपुर निवासी सचिन कुमार भी सड़क हादसे का शिकार हो गए और आज तक वाराणसी के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
अधूरी परियोजनाएँ बनीं मौत का कारण
यादव ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा पहले इस खतरनाक क्रॉसिंग पर स्पीड ब्रेकर, रंबल स्ट्रिप्स, और नेरो वर्क (संकरीकरण) का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन इसे बीच में ही छोड़ दिया गया, जिससे यह स्थल और अधिक दुर्घटनाग्रस्त बन गया है।
सड़क पर अंधेरा, समस्याएँ और अनदेखी
खानपुर के पास इस मार्ग पर लगी सड़क लाइटें भी बंद पड़ी हैं, जिससे रात्रि में राहगीरों को और भी अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस मार्ग से अधिकारीगण स्वयं गुजरते हैं, फिर भी जनता की समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है।
सत्याग्रह की चेतावनी
धरना-प्रदर्शन के माध्यम से क्षेत्रीय जनता और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस मार्ग पर जन-सुरक्षा के उपाय नहीं किए गए, तो वे अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेंगे। यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक कि प्रशासन उनकी माँगों को पूरा नहीं करता।