
गाजीपुर – आबकारी विभाग द्वारा 396 दुकानों का आवंटन ई-लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से संपन्न किया गया। आईटीआई ग्राउंड, गाजीपुर में आयोजित इस प्रक्रिया की अध्यक्षता शासन द्वारा नामित प्रवेक्षक डॉ. शन्मुगा सुंदरम एम.के. (प्रमुख सचिव, श्रम एवं सेवायोजन, उ.प्र.) ने की। इस दौरान जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक डॉ. ओमवीर सिंह भी उपस्थित रहे।

कुल कितनी दुकानों का आवंटन हुआ?
जिला आबकारी अधिकारी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि ई-लॉटरी के जरिए निम्नलिखित दुकानों का आवंटन हुआ:
- देशी शराब की दुकानें – 225
- मॉडल शॉप – 3
- कंपोजिट शॉप (देशी + अंग्रेजी शराब) – 115
- भांग की दुकानें – 47
हालांकि, 6 भांग की दुकानें आवंटित नहीं हो सकीं, जिन्हें अगले चरण में 25 मार्च 2025 को ई-लॉटरी के माध्यम से आवंटित किया जाएगा।
राजस्व में बढ़ोतरी
आबकारी विभाग को इस प्रक्रिया के जरिए लगभग 94 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ, जिसमें 38 करोड़ रुपये आवेदन (प्रोसेसिंग) फीस और 56 करोड़ रुपये लाइसेंस फीस शामिल है। यह हर महीने होने वाली राजस्व प्राप्ति के अतिरिक्त है।

प्रशासन की निगरानी में हुआ आवंटन
ई-लॉटरी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष रही। इस दौरान कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें अपर जिलाधिकारी (वि/रा) दिनेश कुमार, अपर जिलाधिकारी (भू/रा) आयुष चौधरी, एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र, उपजिलाधिकारी सदर मनोज पाठक, डिप्टी कलेक्टर चंद्रशेखर यादव, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अखिलेश जायसवाल, सहायक आबकारी आयुक्त (प्रवर्तन-2, वाराणसी) शैलेश कुमार और आबकारी विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी शामिल थे।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि इस संपूर्ण प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं थी और आगे भी आबकारी विभाग इसी तरह पारदर्शी तरीकों से कार्य करता रहेगा।
