
गाजीपुर। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तीकरण दिवस के अवसर पर 3 दिसंबर 2024 को राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, महुआबाग, गाजीपुर में दिव्यांग बच्चों के लिए जनपद स्तरीय खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया।
जिलाधिकारी का संदेश और प्रेरणा
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने अपने संबोधन में दिव्यांग बच्चों और उनके अभिभावकों को शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी अपने विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं और योजनाओं की जानकारी दी।

खेलकूद और प्रतियोगिताओं का आयोजन
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विकासखंडों से आए दिव्यांग बच्चों के लिए छूकर पहचानो, कुर्सी दौड़, मेंढक दौड़, चम्मच दौड़, सुलेख प्रतियोगिता, और कला प्रतियोगिता जैसे खेलों का आयोजन किया गया।
छूकर पहचानो प्रतियोगिता:
प्रथम स्थान: अनीषा, कम्पोजिट विद्यालय, रेवरियां (विकासखंड जखनियां)
द्वितीय स्थान: गुड़िया, प्राथमिक विद्यालय, कुदरूसीपुर (विकासखंड मनिहारी)
तृतीय स्थान: लक्ष्मी, उच्च प्राथमिक विद्यालय, तरौटी (विकासखंड मरदह)

चित्रकला प्रतियोगिता:
प्रथम स्थान: अंशिका कश्यप, कम्पोजिट विद्यालय, गौसपुर बुजुर्गा (विकासखंड मनिहारी)
द्वितीय स्थान: गायत्री कुमारी, कम्पोजिट विद्यालय, बारा (विकासखंड भदौरा)
तृतीय स्थान: अमृता राजभर, प्राथमिक विद्यालय, कठउत (विकासखंड मोहम्मदाबाद)
सुलेख प्रतियोगिता:
प्रथम स्थान: आरूषी यादव, प्राथमिक विद्यालय, सैयद खानपुर (विकासखंड बाराचवर)
द्वितीय स्थान: अंशिका कश्यप, कम्पोजिट विद्यालय, गौसपुर बुजुर्गा (विकासखंड मनिहारी)
तृतीय स्थान: सृजन सिंह, कम्पोजिट विद्यालय, तारीघाट (विकासखंड रेवतीपुर)
पुरस्कार वितरण और सहायता सामग्री प्रदान
जिलाधिकारी ने सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। बहु-दिव्यांग बच्चों को होम बेस्ड किट, दृष्टि बाधित बच्चों को ब्रेल किट, और लो विजन बच्चों को लो विजन किट प्रदान की गई।

विशेष अतिथि और संचालन
कार्यक्रम में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या, समेकित शिक्षा की जिला समन्वयक अनुपम गुप्ता, बालिका शिक्षा समन्वयक अमित कुमार राय, और विशेष शिक्षक रामप्रवेश तिवारी समेत कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रामप्रवेश तिवारी ने किया।
यह आयोजन दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।