
:गाजीपुर – दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे प्रमुख त्योहारों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा मिलावटी खाद्य और पेय पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के उद्देश्य से विशेष अभियान चलाया गया। आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश लखनऊ और जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के आदेश पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) दिनेश कुमार और सहायक आयुक्त (खाद्य) आर.सी. पाण्डेय के निर्देशन में इस अभियान का संचालन हुआ। त्योहारों के दौरान लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अभियान में कई प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई और नमूने एकत्र किए गए।अभियान के तहत, सरस्वती नगर जंगीपुर के विशाल स्वीट्स से दूध मलाई कोकोनट स्वीट्स का एक नमूना, बिजवनपुर मरदह स्थित वर्मा स्वीट हाउस से छेना मिठाई का एक नमूना और मरदह स्थित इन्द्रासन के प्रतिष्ठान से किशमिश का एक नमूना संग्रहित किया गया।

वहीं, शहाबुद्दीनपुर भड़सर स्थित जनता स्वीट हाउस में जांच के दौरान 15 किलो बर्फी और 30 किलो छेना मिठाई को मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त पाया गया। इसके साथ ही मरदह में स्थित विभिन्न प्रतिष्ठानों से भी 25 किलो जलेबी को अनुपयुक्त पाते हुए नष्ट किया गया। इस प्रकार, कुल 70 किलो मिठाइयों को, जिनकी अनुमानित कीमत 12,100 रुपये थी, नष्ट किया गया।संग्रह किए गए सभी नमूनों को विस्तृत जांच के लिए खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला, उत्तर प्रदेश भेजा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत संबंधित प्रतिष्ठानों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।नमूना संग्रह की इस कार्रवाई का नेतृत्व मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुमन कुमार मिश्र ने किया, जिसमें खाद्य सुरक्षा अधिकारियों डॉ. तूलिका शर्मा, गुलाबचंद गुप्ता, राजीव कुमार सिंह, पंकज कुमार कन्नौजिया, वीरेंद्र यादव और अरविंद प्रजापति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे मिलावटी और घटिया खाद्य पदार्थों से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध खाद्य सामग्री की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें, ताकि त्योहारी मौसम में सभी के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
