मथुरा। मंगलवार रात मथुरा जिले में आगरा-दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर एक बड़ा हादसा हो गया। वृंदावन रोड और जैंत स्टेशन के बीच एक मालगाड़ी के करीब 12 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे अप और डाउन दोनों ट्रैक पर रेल यातायात ठप हो गया। हादसे के बाद रेलवे और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंच गए और राहत व पुनर्प्रक्रिया का कार्य शुरू किया गया। हादसे के कारण कई ट्रेनों का संचालन बाधित हो गया है और यात्रियों को मथुरा स्टेशन पर रोकना पड़ा है।
हादसा रात 9 बजे के करीब, तेज आवाज से मचा अफरातफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंगलवार रात करीब 9 बजे मालगाड़ी मथुरा से गुजर रही थी, तभी वृंदावन रोड और जैंत स्टेशन के बीच अचानक तेज आवाज के साथ कई डिब्बे पटरी से उतर गए। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस और रेलवे की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लेने लगीं।
मथुरा जंक्शन पर रोकी गईं कई ट्रेनें
हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है।
मथुरा जंक्शन पर पंजाब मेल सहित कई सुपरफास्ट और पैसेंजर ट्रेनें खड़ी कर दी गई हैं। जानकारी के अनुसार, करीब चार ट्रेनें स्टेशन पर रुकी हुई हैं।
यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने हेल्प डेस्क शुरू की है। वहीं, अधिकारियों ने बताया कि चार लाइनें फिलहाल चालू हैं, जिनसे ट्रेनों को धीरे-धीरे अगले स्टेशन की ओर रवाना किया जा रहा है।
त्योहारों की भीड़ के बीच यात्रियों की बढ़ी परेशानी
दिवाली और छठ पर्व को देखते हुए इन दिनों ट्रेनों में असाधारण भीड़ है। यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण अधिकांश ट्रेनें पहले से ही फुल चल रही हैं। ऐसे में रेल ट्रैक बाधित होने से हजारों यात्रियों की यात्रा प्रभावित हो गई है। कई यात्री स्टेशन पर अपने सफर के दोबारा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

एक साल पहले भी हुआ था इसी तरह का हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब एक साल पहले भी इसी ट्रैक पर मालगाड़ी डिरेल हुई थी, जिससे रेल संचालन घंटों ठप रहा था। उस समय रेलवे को ट्रैक दुरुस्त करने में 24 घंटे से अधिक का समय लगा था। अब दोबारा उसी स्थान पर हादसे के बाद लोगों में नाराज़गी है और वे इस घटना की संपूर्ण जांच की मांग कर रहे हैं।
जांच के आदेश, ट्रैक बहाली का काम जारी
रेलवे प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्राथमिक रूप से माना जा रहा है कि तकनीकी खराबी या ट्रैक में समस्या इसकी वजह हो सकती है। रेलवे की तकनीकी टीम मौके पर मौजूद है और ट्रैक को जल्द से जल्द दुरुस्त करने में जुटी हुई है।














