जनकल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए FirstOne Rehab Foundation ने रविवार को सेक्टर 117 स्थित श्री कृष्णा सोसाइटी में एक निःशुल्क फिजियोथेरेपी और ऑक्यूपेशनल थेरेपी शिविर का आयोजन किया। यह स्वास्थ्य शिविर स्थानीय निवासियों के लिए न केवल उपयोगी रहा, बल्कि उन्हें वर्क रिलेटेड डिसऑर्डर, पोश्चर से जुड़ी समस्याएं, तथा हड्डी व मांसपेशियों के दर्द जैसी परेशानियों से राहत दिलाने के उद्देश्य से संचालित किया गया।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम ने संभाला मोर्चा
इस शिविर में कुल 53 मरीजों को व्यक्तिगत फिजियोथेरेपी और ऑक्यूपेशनल थेरेपी सेशन प्रदान किए गए, जबकि 25 अन्य लोगों को हेल्थ काउंसलिंग और परामर्श दिया गया। इस सेवा को साकार किया वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. महिपाल सिंह, डॉ. दीक्षा श्रीवास्तव, डॉ. सुष्मिता भाटी एवं डॉ. अभिषेक सिंह की अनुभवी टीम ने।
प्रमुख फोकस: वर्क-लाइफ से जुड़ी बीमारियाँ और पोस्चरल इश्यूज़
डॉक्टरों की टीम ने बताया कि आज की तेज़ रफ्तार और बैठने-केंद्रित जीवनशैली के कारण लोगों में पोश्चर संबंधित विकार, स्पाइन पेन, गर्दन और कंधे का दर्द, कार्पल टनल सिंड्रोम, और घुटनों व पीठ की समस्याएं काफी आम हो गई हैं। शिविर में आए अधिकांश रोगी इन्हीं समस्याओं से ग्रसित थे।
डॉ. दीक्षा श्रीवास्तव ने बताया,
“हमारा उद्देश्य केवल इलाज देना नहीं, बल्कि लोगों को यह समझाना भी है कि रोज़मर्रा की गलत आदतें कैसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती हैं। सही पोस्चर, व्यायाम, और संतुलित जीवनशैली से कई परेशानियों को रोका जा सकता है।”
सोसाइटी में मिला सकारात्मक रिस्पॉन्स
श्री कृष्णा सोसाइटी के लोगों ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के हेल्थ कैंप से न केवल उन्हें समस्याओं की पहचान होती है, बल्कि भविष्य में सतर्कता भी आती है। सोसाइटी अध्यक्ष श्री रवि गुप्ता ने कहा,“आज की तारीख़ में फिजियोथेरेपी जैसी सेवाएं बहुत महंगी हो गई हैं। फर्स्टवन फाउंडेशन द्वारा दी गई निःशुल्क सेवा आमजन के लिए बहुत फायदेमंद रही।”
आगे की योजना
FirstOne Rehab Foundation ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में वे अन्य सोसाइटीज़ और शहरी-बस्तियों में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करेंगे। संगठन का लक्ष्य है कि निवारक चिकित्सा सेवाएं (Preventive Healthcare) जन-जन तक पहुँचे, ताकि भारत एक स्वस्थ राष्ट्र के रूप में उभरे।
इस प्रकार के सामाजिक स्वास्थ्य अभियानों की आज अत्यधिक आवश्यकता है, जहां लोग व्यस्त दिनचर्या के बीच अपने शरीर की अनदेखी कर बैठते हैं। FirstOne Rehab Foundation की यह पहल निश्चित ही एक अनुकरणीय उदाहरण है और अन्य संस्थाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हो सकती है।