

गाजीपुर – सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे सुभाष पासी को पुलिस ने धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल की बहन रुचि गोयल समेत दो लोगों से फ्लैट खरीदने के नाम पर ₹98 लाख की ठगी की। देहात कोतवाली पुलिस ने बुधवार को उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि गुरुवार को उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।
घटना का विवरण
शहर कोतवाली क्षेत्र के रेलवेगंज निवासी प्रकाश चंद्र गुप्ता ने 10 अक्टूबर 2023 को एफआईआर दर्ज कराई थी। शिकायत के मुताबिक, सुभाष पासी, जो मूल रूप से गाजीपुर के निवासी हैं और वर्तमान में मुंबई के जुहू चर्च रोड पर रहते हैं, ने खुद को प्रॉपर्टी डीलर बताते हुए फ्लैट बेचने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने प्रकाश को बताया कि मुंबई के आरामनगर में उनका एक फ्लैट है, जिसे वह ₹2.5 करोड़ में बेचने को तैयार हैं।
प्रकाश ने रुचि गोयल (जो आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल की बहन हैं) को इस डील में शामिल किया। रुचि गोयल ने सुभाष और उनकी पत्नी रीना पासी को ₹49 लाख का चेक दिया, जिसे उनके खाते में जमा कर पैसे निकाल लिए गए। हालांकि, वादे के मुताबिक फ्लैट नहीं दिया गया। जब प्रकाश ने मुंबई जाकर उनसे संपर्क किया, तो उन्हें फर्जी दस्तावेज थमा दिए गए।
इसके अलावा, रेलवेगंज निवासी अक्षय अग्रवाल ने भी 9 अगस्त 2023 को सुभाष और रीना पासी पर ₹49 लाख की ठगी और फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया था।
गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज
दोनों मामलों में जांच पूरी होने के बाद चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की गई। तत्कालीन शहर कोतवाल संजय पांडेय ने 31 जनवरी 2024 को सुभाष पासी और उनकी पत्नी रीना पासी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। तब से पुलिस उनकी तलाश में थी।
पुलिस की पुष्टि
सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने पूर्व विधायक की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि यह गिरफ्तारी कई महीनों की छानबीन के बाद हुई है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
सुभाष पासी सैदपुर विधानसभा क्षेत्र से 2012 और 2017 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
इस गिरफ्तारी ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हलचल पैदा कर दी है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।