गाजीपुर। जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण की प्रक्रिया, दायित्वों एवं अधिकारों के संबंध में बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी (ईआरओ) एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी उपस्थित रहे।जिलाधिकारी ने बताया कि अर्हता तिथि 01 जनवरी 2026 के आधार पर मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण का कार्य किया जाएगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) नियुक्त करने का अनुरोध किया, जो पुनरीक्षण कार्यों में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) का सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों तथा मृत, डुप्लीकेट या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाएं।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक मतदेय स्थल पर 1200 से अधिक मतदाता न हों, इसके लिए ड्राफ्ट प्रकाशन से पहले ही सभी स्थलों का विभाजन कार्य पूर्ण कराया जाए। नए मतदेय स्थलों के निर्माण पर समय से बीएलओ की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि वृद्ध, दिव्यांग और असहाय मतदाताओं की सुविधा हेतु स्वयंसेवकों की तैनाती की जाएगी।जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि नवयुवक जो 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं, उनके नाम मतदाता सूची में अनिवार्य रूप से जोड़े जाएं। बीएलओ गणना प्रपत्रों का वितरण 4 नवम्बर से 4 दिसम्बर 2025 तक घर-घर जाकर करेंगे। 9 दिसम्बर 2025 को प्रारंभिक मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, जबकि अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को जारी होगी।बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) एवं उपजिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार, भाजपा से राजन प्रजापति, कांग्रेस से रविकांत राय, सपा से राजेश यादव, बसपा से सुभाष राम और आदित्य कुशवाहा, आप से जावेद अहमद समेत विभिन्न दलों के पदाधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने सभी से मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय सहयोग की अपील की।














