
दिल्ली विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है, जो राजनीतिक रूप से बेहद अहम और रोचक होने वाला है। 27 साल बाद भाजपा सत्ता में आई है, जबकि आम आदमी पार्टी विपक्ष की भूमिका में होगी। ऐसे में सदन में तीखी बहस और हंगामे की पूरी संभावना है।
सत्र के पहले दिन की कार्यवाही
सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी और विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा। इसके बाद सदन में सरकार और विपक्ष के बीच राजनीतिक टकराव देखने को मिल सकता है।
सत्तापक्ष की रणनीति
भाजपा सरकार ने विपक्ष को घेरने के लिए विस्तृत रणनीति तैयार की है। सरकार शीशमहल प्रकरण, शराब घोटाला, यमुना की सफाई, भ्रष्टाचार और कैग रिपोर्ट जैसे मुद्दों पर आम आदमी पार्टी से जवाब मांगने वाली है। इसके अलावा, भाजपा सरकार अपने वादों को लेकर भी तैयार है ताकि विपक्ष को किसी भी मोर्चे पर घेरने का कोई मौका न मिले।
विपक्ष की तैयारी
वहीं, आम आदमी पार्टी भी सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह तैयार है। महिला सम्मान राशि, भाजपा की वादा खिलाफी और झूठे वादों को लेकर विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा करेगा। आप का आरोप है कि भाजपा सरकार जनता से किए वादों को पूरा करने के बजाय बहाने बना रही है।
बीजेपी विधायक दल की बैठक में बनी रणनीति
विधानसभा सत्र से ठीक एक दिन पहले, रविवार को दिल्ली की सियासत गरमा गई। भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भाजपा विधायकों के साथ बैठक कर विधानसभा सत्र की रणनीति तय की।
इस बैठक में तय किया गया कि कैग रिपोर्ट को सदन में रखा जाएगा और महिला सम्मान राशि समेत अन्य चुनावी वादों को पूरा करने की रूपरेखा प्रस्तुत की जाएगी। सीएम रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार अपने वादों को 1000 फीसदी पूरा करेगी, भले ही पूर्व सरकार ने सरकारी खजाना खाली कर दिया हो।
सीएम रेखा गुप्ता का झंडेवालान मंदिर दौरा
सोमवार को सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता झंडेवालान मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करेंगी। यह स्पष्ट संकेत है कि सरकार आत्मविश्वास के साथ विधानसभा सत्र में उतरने जा रही है।
आप-बीजेपी में टकराव के आसार
भाजपा सरकार ने पहले ही संकेत दे दिए हैं कि वह आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार को सदन में जोरशोर से उठाएगी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि दिल्ली के विकास को उनकी सरकार प्राथमिकता देगी और भ्रष्टाचार पर सख्ती से नकेल कसेगी।
दूसरी ओर, आप ने पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को नेता प्रतिपक्ष चुना है, जिन्होंने भाजपा सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार केवल बहाने बना रही है और वादों को पूरा करने में असफल हो रही है। उन्होंने भाजपा से कहा कि “वादे निभाइए, बहाने मत बनाइए।”
संभावित हंगामे की तैयारी
तीन दिवसीय विधानसभा सत्र में पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस और हंगामा होने के पूरे आसार हैं। दोनों ही दल अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ पूरी तरह तैयार हैं, जिससे सदन का माहौल गरम रहने वाला है।