
Cm devendra fadnavis: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों सबसे बड़ी चर्चा मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार में आगामी 14 दिसंबर तक कैबिनेट विस्तार की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 43 मंत्री इस नई कैबिनेट का हिस्सा होंगे।
कैबिनेट विस्तार पर सबकी नजरें
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सीएम देवेंद्र फडणवीस 11 दिसंबर को दिल्ली रवाना हुए। इस दौरे के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगे। उनके इस दौरे को कैबिनेट विस्तार की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी 21-22 मंत्री पद अपने पास रख सकती है। वहीं, शिवसेना और एनसीपी के हिस्से में शेष पद जाएंगे। इसके अलावा, चार-पांच मंत्री पद भविष्य की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए खाली छोड़े जा सकते हैं।
महायुति के सहयोगियों के बीच विभागों का बंटवारा
महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) की महायुति सरकार है। तीनों दलों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है।
- गृह मंत्रालय और राजस्व विभाग को लेकर विवाद गहराया हुआ है।
- बीजेपी किसी भी हाल में गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है।
- शिवसेना के खाते में राजस्व विभाग न जाने की भी संभावना है।
शिवसेना के 12-13 विधायक बन सकते हैं मंत्री
शिवसेना के जिन विधायकों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है, उनके नामों में प्रमुख हैं:
- गुलाबराव पाटिल
- उदय सामंत
- विजय शिवतारे
- शंभुराज देसाई
- तानाजी सावंत
- दीपक केसरकर
- दादा भुसे
- प्रताप सरनाईक
हालांकि, उपमुख्यमंत्री एवं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे दिल्ली दौरे पर नहीं गए। इससे पहले खबर थी कि शिंदे गृह मंत्रालय की मांग कर रहे हैं।
महायुति की बड़ी जीत
288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में महायुति ने 230 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। एनसीपी नेता अजित पवार और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री बने।
संभावित मंत्रिमंडल की संरचना
- बीजेपी: 21-22 मंत्री पद
- शिवसेना: 12-13 मंत्री पद
- एनसीपी: 7-8 मंत्री पद
यह अनुमानित संख्या है, जिसमें कुछ बदलाव की संभावना बनी हुई है।
फडणवीस का दिल्ली दौरा: विस्तार की अंतिम तैयारी
सीएम फडणवीस का दिल्ली दौरा नई कैबिनेट के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह उनका सीएम बनने के बाद पहला दिल्ली दौरा है। उन्होंने शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर कैबिनेट विस्तार की रूपरेखा तैयार की।
मंत्रिमंडल विस्तार क्यों है अहम?
यह विस्तार महाराष्ट्र में न केवल सत्ता संतुलन स्थापित करेगा, बल्कि तीन दलों के बीच समन्वय को भी सुनिश्चित करेगा। गृह और राजस्व जैसे महत्वपूर्ण विभागों पर खींचतान खत्म होने के बाद सरकार की कार्यक्षमता और बेहतर होने की उम्मीद है।महाराष्ट्र का बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार 14 दिसंबर तक होने की संभावना है। इस नई कैबिनेट से प्रदेश की राजनीति में स्थिरता और प्रभावी शासन की उम्मीद की जा रही है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि कौन-कौन मंत्री पद की शपथ लेता है और कौन से विभाग किसके हिस्से में जाते हैं।