
Weather Report: मध्यप्रदेश और राजस्थान में कड़ाके की सर्दी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पश्चिमी विक्षोभ और मौसमीय बदलाव के चलते ठंड में तेज इजाफा हुआ है। ओलावृष्टि और बारिश ने किसानों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने का अनुमान जताया है।
मध्यप्रदेश में गलन और बारिश का असर
पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। भोपाल में न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से अधिक है। हालांकि, अगले 72 घंटों में तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग ने ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।
राजस्थान में कोहरा और ओलावृष्टि का प्रकोप
राजस्थान के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि ने ठंड को और बढ़ा दिया है। झालावाड़ में सबसे अधिक 86.0 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि कोटा, बूंदी और बारां जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि हुई। कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है।
आगे भी रहेगा ठंड का प्रकोप
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में अगले कुछ दिनों तक ठंड और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। तेज हवाओं और ओलावृष्टि के साथ तापमान में गिरावट के चलते नए साल तक ठंड के और तीव्र होने की संभावना है। कृषि क्षेत्र पर इसका असर विशेष रूप से देखा जा रहा है।
किसानों और नागरिकों के लिए चेतावनी
ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। वहीं, नागरिकों को ठंड से बचने के लिए विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। ठंड का यह कहर आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।