
बांग्लादेश में विद्रोहियों ने हाल ही में तख्तापलट कर दिया, जिससे प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा। हिंसा की स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि शेख हसीना ने इस्तीफा देने का फैसला किया और बांग्लादेश एयरफोर्स के सी-130J हरक्यूलिस विमान में सवार होकर भारत रवाना हो गईं। उनका विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट पर उतरा, और उन्हें वहां के सेफ हाउस में रखा गया है। इस घटना ने एक और पुराने विमान की कहानी को भी सुर्खियों में ला दिया, जो 2015 से भारत में खड़ा है।
2015 की घटना: बांग्लादेशी विमान की रायपुर में आपातकालीन लैंडिंग
7 अगस्त 2015 को बांग्लादेश के यूनाइटेड एयरवेज का मैकडॉनल डगलस (MD) 83 एयरक्राफ्ट ढाका से मस्कट के लिए उड़ान भर रहा था। इस विमान में 176 लोग सवार थे। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद, विमान के इंजन में खराबी आ गई, और एक इंजन फेल हो गया। जब यह घटना हुई, विमान पहले ही भारत की सीमा में प्रवेश कर चुका था। इंजन का एक हिस्सा छत्तीसगढ़ के रायपुर के पास गिरा।
इमरजेंसी की स्थिति में पायलटों ने रायपुर हवाई अड्डे से संपर्क किया और आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति मांगी। रायपुर एटीसी ने तुरंत अनुमति दी, और विमान सुरक्षित रूप से लैंड कर लिया गया। बाद में, यात्रियों को दूसरे विमान से मस्कट भेजा गया।
विमान की मरम्मत और नीलामी की तैयारी
बाद में, बांग्लादेश यूनाइटेड एयरवेज ने विमान की मरम्मत के लिए एक टीम भेजी, लेकिन वे इसे पूरी तरह से ठीक नहीं कर पाए। विमान को रायपुर के एयरपोर्ट के हैंगर में पार्क कर दिया गया, और पिछले 9 वर्षों में इसका पार्किंग शुल्क 4 करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया। भारत ने कई बार बांग्लादेश से इस विमान को वापस ले जाने का अनुरोध किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। अब रायपुर एयरपोर्ट के निदेशक डॉ. एसडी शर्मा ने कहा है कि वे इस विमान को नीलाम करने की तैयारी कर रहे हैं और इसके लिए कानूनी सलाह ली जा रही है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।