बहराइच/पयागपुर: जिले के पयागपुर क्षेत्र में पुलिस और प्रशासन ने गुप्त सूचना पर एक अवैध मदरसे पर छापेमारी की। छापे के दौरान वहां बने शौचालय से 40 नाबालिग लड़कियाँ निकलने पर इलाके में हड़कंप मच गया। मामले की जांच जारी है और प्रशासन मामले की गम्भीरता से पड़ताल कर रहा है।
कैसे हुई बरामदगी
सूचना मिलने पर SDM अश्वनी पांडे व नायब तहसीलदार शैलेश अवस्थी के नेतृत्व में पुलिस टीम पटीहाट चौराहे स्थित उस मदरसे में पहुँची, जो एक दुकान के अंदर चल रहा था। निरीक्षण के दौरान एक बंद शौचालय मिला — जब महिला पुलिसकर्मियों ने शौचालय खोला तो एक-एक करके अंदर छिपी कुल 40 लड़कियाँ बाहर निकलीं।
मदरसा संचालकों का बयान और प्राथमिक जांच
मदरसामंचालकInitially madarsa संचालक आरोप लगा रहे हैं कि अचानक छापेमारी के कारण अफरा-तफरी मच गई और बच्चियाँ डर के मारे शौचालय में छिप गईं। पुलिस अभी इस दावे की सत्यता की जांच कर रही है कि बच्चियों को जानबूझकर बंद तो नहीं किया गया था और मदरसा किस कानूनी आधार पर संचालित हो रहा था।
प्रशासन व पुलिस की प्राथमिक कार्रवाइयां
बचाई गई लड़कियों को सुरक्षा में लिया गया है और उनकी पहचान व आयु संबंधी जांच की जा रही है।
मामले की विस्तृत जांच के लिए एसडीएम व पयागपुर पुलिस हर पहलू पर काम कर रही हैं — मदरसा संचालकों की तलाश, परिसर के कानूनी दस्तावेज, और वहां बच्चों के ठहरने का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।
प्रारंभिक स्तर पर घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए बाल कल्याण समिति, महिला पुलिस और संबंधित विभागों को शामिल किए जाने की आवश्यकता बनी हुई है।
क्या हो सकती है अगली कार्यवाही
पुलिस और प्रशासन द्वारा जांच-पड़ताल के बाद संभावित विधिक कदमों में अवैध संचालन पर कार्रवाई, संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी/नोटिस, बच्चों की सुरक्षा के लिए रिहैबिलिटेशन अथवा संरक्षित आश्रय में स्थानांतरण शामिल हो सकते हैं। साथ ही, बाल स्वास्थ्य व मनोवैज्ञानिक परामर्श की व्यवस्था करना भी आवश्यक माना जा रहा है।