
गाजीपुर। बच्चों, गर्भवती, धात्री, किशोरियों और महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और पोषण उपलब्ध कराने को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति एवं कंवर्जेंस समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने की।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध वजन मशीन समेत सभी उपकरणों को क्रियाशील रखने और आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय बनाकर पोषण और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कुपोषित बच्चों को पुष्टाहार देकर गाजीपुर को कुपोषण मुक्त जिला बनाने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी के निर्देश:
- गर्भवती महिलाओं के खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाए।
- बच्चा पैदा होने पर उसका वजन सुनिश्चित किया जाए।
- हरी साग-सब्जियों के सेवन के लिए महिलाओं को प्रेरित किया जाए।
- सैम-मैम श्रेणी के बच्चों की पहचान कर उनकी स्वास्थ्य जांच एवं प्रबंधन किया जाए।
- नियमित वीएचएनडी कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण और दवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
- बच्चों की स्थिति में सुधार न होने पर उन्हें एनआरसी सेंटर में भर्ती कराया जाए।
- मोबाइल वेरिफिकेशन के माध्यम से लाभार्थियों तक पोषाहार सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, डीपीओ ज्योति चौरसिया, परियोजना निदेशक राजेश यादव, सभी सीडीपीओ और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी लाभार्थी पोषण और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे, इसके लिए सभी संबंधित विभाग पूरी तत्परता से कार्य करें।