
गाजीपुर कासिमाबाद,: स्थानीय विकासखंड के ग्राम पंचायत धरवार कला में ग्राम प्रधान द्वारा बिना कार्य कराए लाखों रुपये के फर्जी भुगतान का आरोप लगाया गया है। गांव के निवासी और शिकायतकर्ता कमलेश यादव ने सोमवार को खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) जसवंत राव को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए इस मामले में जांच कर कठोर कार्रवाई की मांग की।
क्या हैं आरोप?
कमलेश यादव ने अपने शिकायती पत्र में कहा कि ग्राम पंचायत में कई विकास कार्यों में भारी अनियमितताएं हुई हैं।
मनरेगा के तहत फर्जी भुगतान: प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री पर जेसीबी मशीन से मिट्टी कार्य करवाकर मनरेगा के तहत भुगतान किया गया।
नाले की खुदाई में गड़बड़ी: वर्ष 2021-22 में शिवम पब्लिक स्कूल से चावनपुर गनी की सीमा तक नाले की खुदाई का भुगतान ग्राम प्रधान द्वारा करवाया गया। 2022-23 में उसी नाले पर बिना कार्य कराए पुनः भुगतान किया गया।
दोहरी भुगतान की शिकायत: ग्राम पंचायत में कई कार्यों के लिए एक ही कार्य को दो बार दिखाकर भुगतान लिया गया।
कमलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत में इंटरलॉकिंग, नाली, खड़ंजा, सीसी रोड, चकबंदी कार्य, शौचालय और सरकारी आवास निर्माण में भ्रष्टाचार कर फर्जी भुगतान किया गया।
प्रशासन से निराशा
कमलेश यादव ने बताया कि उन्होंने 3 अगस्त 2024 को संपूर्ण समाधान दिवस और 23 सितंबर 2024 को ब्लॉक मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन के दौरान भी भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। हर बार उन्हें जांच का आश्वासन दिया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
जांच टीम का गठन
खंड विकास अधिकारी जसवंत राव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीओ पंचायत के साथ तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई है और रिपोर्ट तलब की है। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि जांच किसी ईमानदार और निष्पक्ष अधिकारी से कराई जाए, ताकि ग्राम प्रधान और ब्लॉक कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा हो सके।
क्या कहते हैं अधिकारी?
खंड विकास अधिकारी जसवंत राव ने कहा, “शिकायतों को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
अब यह देखना होगा कि इस जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और ग्राम पंचायत में हो रही अनियमितताओं पर क्या रोक लगाई जा सकेगी।