
वर्ष में कुल चार नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है, माघ, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन महीने में, जिसमें माघ और आषाढ़ महीने की नवरात्रि गुप्त नवरात्रि के रूप में मनाई जाती है ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा जी की आराधना करने से 10 महाविद्याओं की सिद्धि प्राप्त हो सकती है, इसके साथ ही तांत्रिक सिद्धि के लिए आषाढ़ महीने की गुप्त नवरात्रि को उत्तम माना जाता है
गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा जी के अलग अलग रूपों की पूजा कर पूरे 9 दिन तक व्रत रखा जाता है, विशेषकर तंत्र विद्या लोगों के लिए यह नवरात्रि बेहद महत्वपूर्ण होती है, इस वर्ष गुप्त नवरात्रि नो दिनों के लिए नहीं, बल्कि 10 दिनों तक मनाई जाएगी।
घटस्थापन के क्या है शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि चैत्र और शारदीय नवरात्रि में माता दुर्गा जी के नौ रूपों की पूजा आराधना की जाती है, लेकिन गुप्त नवरात्रि में माता दुर्गा के 10 महाविद्याओं की तांत्रिक विधि से पूजा आराधना की जाती है आषाढ़ महीने की गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 6 जुलाई से होने जा रही है और समापन 15 जुलाई सोमवार को होने वाला है 10 दिनों में माता दुर्गा जी की पूजा पूरी तांत्रिक विधि से गुप्त तरीके से की जाएगी, इससे माता दुर्गा जी की विशेष कृपा प्राप्त होने वाली है, वहीं गुप्त नवरात्रि की शुरुआत के दिन अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है, जो काफी शुभ है।
घट स्थापन का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के पहले दिन विधि विधान के साथ घटस्थापन किया जाता है, वहीं आषाढ़ महीने के गुप्त नवरात्रि की घट स्थापन का शुभ मुहूर्त 06 जुलाई सुबह 05 बजकर 11मिनट से लेकर 07 बजकर 26 मिनट तक कर सकते हैं, इस मुहूर्त में कलश स्थापन नहीं कर पाते हैं तो सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक करना चाहिए, इन दो मुहूर्त में कलश स्थापन करना शुभ रहने वाला है।
“ज्योतिष शास्त्र, वास्तुशास्त्र, वैदिक अनुष्ठान व समस्त धार्मिक कार्यो के लिए संपर्क करें:-
✍🏻ज्योतिषाचार्य- पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, संपर्क सूत्र:- 9993652408, 7828289428 Phone Pe, Google Pay, Paytm No.- 9993652408