नोएडा: विश्व व्यावसायिक चिकित्सा दिवस (World Occupational Therapy Day) के अवसर पर सेक्टर-70 स्थित फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन में “व्यावसायिक चिकित्सा का क्रियान्वयन (Implementation of Occupational Therapy)” विषय पर एक विशेष पैनल चर्चा का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में व्यावसायिक चिकित्सा (Occupational Therapy) के महत्व, उसकी व्यावहारिक चुनौतियों और आधुनिक पुनर्वास प्रणाली में उसकी भूमिका पर चर्चा करना था।
“ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट समाज के पुनर्निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं” — डॉ. एकता दफ्तरी
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल त्रिशा न्यूरो डेवलपमेंट क्लिनिक की निदेशक, डॉ. एकता दफ्तरी ने कहा कि व्यावसायिक चिकित्सा केवल उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है।
उन्होंने कहा —“एक ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट केवल मरीज को इलाज नहीं देता, बल्कि उसे फिर से समाज में सक्रिय और आत्मनिर्भर बनने की शक्ति देता है। चाहे बात शारीरिक पुनर्वास की हो या मानसिक संतुलन की, व्यावसायिक चिकित्सा हर स्तर पर सहायक सिद्ध होती है।”
“ऑक्यूपेशनल थेरेपी दैनिक जीवन को सशक्त बनाती है” — डॉ. दीक्षा श्रीवास्तव
फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन की प्रबंध निदेशक डॉ. दीक्षा श्रीवास्तव ने कहा कि ऑक्यूपेशनल थेरेपी उन लोगों के लिए एक वरदान है जो शारीरिक, मानसिक या विकासात्मक चुनौतियों से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा —“हमारा उद्देश्य है कि ऐसे व्यक्ति न केवल शारीरिक रूप से सक्षम बनें, बल्कि जीवन की दैनिक गतिविधियों में आत्मविश्वास से भाग लें। व्यावसायिक चिकित्सा उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर ले जाती है।”
“पुनर्वास चिकित्सा में व्यावसायिक चिकित्सा एक अभिन्न स्तंभ है” — डॉ. महिपाल सिंह
फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन के निदेशक डॉ. महिपाल सिंह ने कहा कि किसी भी पुनर्वास कार्यक्रम की सफलता व्यावसायिक चिकित्सा के बिना अधूरी है।“यह चिकित्सा केवल मरीज को सामान्य जीवन में लौटने में मदद नहीं करती, बल्कि उन्हें उनके पेशे, परिवार और सामाजिक जीवन में पुनः सक्रिय करती है। यह मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक क्षमता और सामाजिक पुनर्वास – तीनों का संगम है।”
कार्यक्रम में विशेषज्ञों और प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी
पैनल चर्चा में सेंटर मैनेजर सुरभि जैन और स्पेशल एजुकेटर इलिका रावत ने भी अपने विचार रखे। दोनों विशेषज्ञों ने बताया कि बच्चों और वयस्कों में ऑक्यूपेशनल थेरेपी कैसे संवेदनशीलता, ध्यान, मोटर स्किल्स और आत्मनिर्भरता को विकसित करती है।
कार्यक्रम में कई चिकित्सा विशेषज्ञ, पैरेंट्स, और पुनर्वास पेशेवरों ने भाग लिया। सत्र के अंत में प्रतिभागियों ने प्रश्नोत्तर सत्र के माध्यम से अपने अनुभव और सुझाव साझा किए।
फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन का उद्देश्य
फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन लंबे समय से शारीरिक और न्यूरो पुनर्वास के क्षेत्र में कार्यरत है। संस्था का उद्देश्य है — समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बेहतर जीवन गुणवत्ता, मानसिक संतुलन और आत्मनिर्भरता की दिशा में सहायता प्रदान करना।














