पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राजद नेता और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के वक्फ कानून पर दिए बयान ने प्रदेश की सियासत में हलचल मचा दी है। कटिहार की एक जनसभा में तेजस्वी यादव ने कहा था — “अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है तो वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।”
इस बयान के बाद सत्तारूढ़ एनडीए ने तेजस्वी पर तीखा हमला बोला है, जबकि INDIA गठबंधन के सहयोगी दल उनके समर्थन में उतर आए हैं।
कांग्रेस का समर्थन — “तेजस्वी ने कुछ गलत नहीं कहा”
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने तेजस्वी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि वक्फ एक्ट का उद्देश्य मुसलमानों की संपत्ति की रक्षा नहीं, बल्कि सरकार को उनके धार्मिक स्थलों और जमीनों पर नियंत्रण देने का है।
उन्होंने कहा, “अगर 2029 में कांग्रेस और INDIA गठबंधन की सरकार बनती है, तो हम न सिर्फ इस कानून को खत्म करेंगे बल्कि उन सभी कानूनों को भी निरस्त करेंगे जो सरकार ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ बनाए हैं या बनाएगी।”
वहीं कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने भी कहा कि तेजस्वी यादव का बयान गलत नहीं है। उन्होंने कहा, “हर पार्टी की अपनी नीति होती है। अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो इस कानून को लागू न करने पर विचार किया जाएगा। राज्य में इसे समाप्त करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।”
VIDEO | Bihar: Congress MP Tariq Anwar supports Tejashwi Yadav on the issue of the Waqf (Amendment) Act, saying that it will not be implemented in Bihar if the INDIA alliance comes to power.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/HmwLfmotcb
— Press Trust of India (@PTI_News) October 26, 2025
वाम दल भी मैदान में, माले बोली — बिहार में लागू नहीं होने देंगे कानून
वाम दलों ने भी तेजस्वी यादव के पक्ष में मोर्चा खोल दिया है।
भाकपा (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि अगर बिहार में INDIA गठबंधन की सरकार बनती है तो वक्फ (संशोधन) अधिनियम को राज्य में लागू नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह कानून न केवल वक्फ की संपत्तियों की स्वायत्तता बचाए बल्कि संविधान की संघीय संरचना को भी कमजोर न करे।”
दीपांकर ने अपने “परिवर्तन संकल्प पत्र” के विमोचन के मौके पर यह बयान दिया।
भाजपा का पलटवार — “कानून संसद का, हवा में बातें कर रहे हैं तेजस्वी”
सत्तारूढ़ भाजपा ने तेजस्वी यादव के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पटना साहिब से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, “कुछ लोग कानून पढ़ते नहीं, बस बयानबाज़ी करते हैं। वक्फ कानून संसद ने बनाया है, इसे रद्द करने का अधिकार भी संसद के पास है, किसी राज्य सरकार के पास नहीं।”
उन्होंने आगे कहा कि “वक्फ की जमीनों पर मॉल बनाए गए हैं, इस पर भी ध्यान देना चाहिए।”
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी राजद पर निशाना साधते हुए कहा, “RJD के लोग जनता को भ्रमित कर रहे हैं। वक्फ बिल संसद में पास हुआ है, विधानसभा में नहीं। जब ये लोग सत्ता में थे तब अपराध चरम पर था। बिहार की जनता अब विकास, रोज़गार और बुनियादी ढांचे के लिए NDA के साथ है।”
VIDEO | Patna: BJP leader Ravi Shankar Prasad criticises Mahagathbandhan CM face and RJD leader Tejashwi Yadav, saying, “His announcements are a sign of desperation. Promises he is making are unrealistic. The model of ‘land for jobs’ is flawed and will not work. Tejashwi talks… pic.twitter.com/Kyp0rOAUP1
— Press Trust of India (@PTI_News) October 26, 2025
पृष्ठभूमि — अप्रैल में संसद से पास हुआ वक्फ संशोधन बिल
वक्फ (संशोधन) अधिनियम अप्रैल 2024 में संसद से पारित हुआ था।
केंद्र सरकार का कहना है कि यह कानून “पारदर्शिता बढ़ाने और पिछड़े मुसलमानों व महिलाओं को सशक्त करने” के उद्देश्य से लाया गया है।
वहीं विपक्ष का आरोप है कि यह अधिनियम मुसलमानों के धार्मिक अधिकारों और उनकी संपत्तियों के प्रबंधन में सरकारी दखल को बढ़ाता है।
तेजस्वी का पलटवार — “जनता ऊब चुकी है 20 साल पुरानी सरकार से”
तेजस्वी यादव ने अपने बयान पर कायम रहते हुए कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है।
उन्होंने कहा, “राज्य की कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, भ्रष्टाचार हर विभाग में फैला है और रोजगार के अवसर न के बराबर हैं। जनता अब एनडीए की सरकार से ऊब चुकी है।”
तेजस्वी यादव के बयान ने न केवल बिहार बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। वक्फ कानून पर यह टकराव अब चुनावी मुद्दा बन चुका है, जिसमें धर्म, राजनीति और संवैधानिक अधिकार — तीनों के बीच खींचतान तेज होती दिख रही है।














