ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश की पहचान अब सिर्फ़ औद्योगिक निवेश और व्यापारिक संभावनाओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसे सांस्कृतिक धरोहर, पारंपरिक शिल्पकला और स्वादिष्ट व्यंजनों से भी जोड़ा जाएगा। इसी दृष्टि से 25 से 29 सितंबर 2025 तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपोमार्ट सेंटर में आयोजित होने वाले उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस-2025) को विशेष रूप से तैयार किया जा रहा है।
व्यापार के साथ संस्कृति का संगम
जिलाधिकारी एवं आयोजन समिति की प्रमुख मेधा रूपम ने बताया कि इस बार ट्रेड शो में न केवल व्यापारिक गतिविधियाँ, औद्योगिक उत्पाद और निवेश की संभावनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता और खानपान को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यूपीआईटीएस-2025 को ‘नवाचार और परंपराओं का संगम’ के रूप में विकसित किया जा रहा है, ताकि आगंतुकों को उद्योग, व्यापार, शिल्प, संगीत, नृत्य और खानपान का अनूठा अनुभव एक ही छत के नीचे मिले।
थीम पवेलियन होगा आकर्षण का केंद्र
डीएम ने बताया कि मेले में विशेष थीम पवेलियन स्थापित किया जाएगा, जहां आगंतुकों को उत्तर प्रदेश की विविध लोक परंपराओं, हस्तशिल्प, जीआई टैग वाले उत्पादों, बुनकरी, लकड़ी और मृदा शिल्प कला की झलक देखने को मिलेगी। साथ ही ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ (ODOP) योजना के अंतर्गत हर जिले की विशिष्ट पहचान भी प्रदर्शित की जाएगी।
खानपान से जुड़ेगा स्वाद का तड़का
खास तौर पर खानपान को लेकर भी विस्तृत योजना बनाई गई है। मेधा रूपम ने बताया कि आगंतुकों को अवध, बुंदेलखंड, ब्रज, पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा। इससे न केवल स्थानीय भोजन संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि विदेशी मेहमानों को भी यूपी के खानपान की विविधता का अनुभव होगा।
निवेशकों और प्रतिनिधियों पर विशेष फोकस
डीएम ने कहा कि इस आयोजन में देश-विदेश से आने वाले निवेशक, उद्योगपति और व्यापारी जहां औद्योगिक संभावनाओं का अध्ययन करेंगे, वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम और लोककला उनके लिए यूपी की सामाजिक आत्मा की झलक पेश करेंगे। यह कार्यक्रम निवेशकों के विश्वास को मजबूत करने के साथ-साथ प्रदेश की सकारात्मक छवि को भी मजबूती देगा।
प्रशासनिक तैयारियों पर विशेष बल
तैयारियों की समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव डॉ. लोकमणि कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आयोजन स्थल पर सुरक्षा, परिवहन, ठहराव और स्वागत सत्कार की व्यवस्थाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार सुनिश्चित किया जाएगा।
श्री मोहनलाल दुबे, एडीएम (ई) ने कहा कि ट्रेड शो के दौरान न केवल बिज़नेस-टू-बिज़नेस (B2B) और बिज़नेस-टू-कंज़्यूमर (B2C) बैठकों का आयोजन होगा, बल्कि विशेष सांस्कृतिक संध्याएँ भी होंगी, जो प्रतिभागियों को यादगार अनुभव प्रदान करेंगी।
यूपी की ब्रांडिंग का बड़ा अवसर
मेधा रूपम ने कहा कि यूपीआईटीएस-2025 ‘ब्रांड यूपी’ को वैश्विक पहचान दिलाने का अवसर है। यह आयोजन एक ऐसा मंच बनेगा, जहां व्यापार, व्यवसाय, संस्कृति और परंपरा साथ-साथ आगे बढ़ेंगी।
यह आयोजन न केवल व्यापार और निवेश की दृष्टि से अहम है, बल्कि उत्तर प्रदेश की सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का भी सुनहरा मौका है।