
जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी है। केंद्र सरकार ने जहां पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक मोर्चे पर सख्त कदम उठाए हैं, वहीं सुरक्षा बलों ने घाटी में सक्रिय आतंकियों के खिलाफ जमीनी स्तर पर पूरी ताकत झोंक दी है।
आतंकियों के घरों को बनाया निशाना
सेना ने शुक्रवार सुबह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो आतंकियों के घरों को ध्वस्त कर दिया। त्राल के मोंघामा में आतंकी आसिफ शेख के घर में संदिग्ध गतिविधियां मिलने पर सेना ने उसे विस्फोटकों से उड़ा दिया। आसिफ पर 20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित है।
इसके बाद दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा इलाके में लश्कर के एक और आतंकी आदिल थोकर के घर को भी ज़मींदोज कर दिया गया। बताया जा रहा है कि आदिल हाल ही में बैसरन, पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शामिल था।
एलओसी पर घुसपैठ नाकाम, पाक चौकियों को तबाह किया गया
हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ की कोशिशें तेज़ कर दी गईं, लेकिन भारतीय सेना की मुस्तैदी के चलते सभी प्रयास विफल रहे। पाकिस्तानी फायरिंग का करारा जवाब देते हुए सेना ने कई पाक चौकियों को तबाह कर दिया।
कूटनीतिक दबाव: भारत ने उठाए बड़े कदम
मोदी सरकार ने आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान पर कूटनीतिक शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सरकार ने पाकिस्तान से राजनयिक संबंध सीमित कर दिए, सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों को जारी वीजा भी रद्द कर दिए हैं।
घाटी में तलाशी अभियान तेज़, टॉप आतंकी कमांडर ढेर
सेना घाटी में लगातार तलाशी अभियान चला रही है। आज सुबह बांदीपुरा के कुलनार बाजीपोरा इलाके में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने लश्कर के टॉप कमांडर अल्ताफ को मार गिराया। इस ऑपरेशन में दो जवान घायल भी हुए। इससे पहले बारामूला में भी दो आतंकियों को ढेर किया गया था, जिन्होंने एलओसी पार कर भारत में घुसपैठ की कोशिश की थी।
पहलगाम हमले के महज कुछ दिनों के भीतर भारत की सैन्य और कूटनीतिक प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि अब आतंकवाद और उसे संरक्षण देने वाले देशों के खिलाफ नरमी की कोई गुंजाइश नहीं बची है। घाटी में सेना का सख्त रवैया और पाकिस्तान पर बढ़ता दबाव आने वाले दिनों में और भी कड़े कदमों का संकेत दे रहा है।