पटना — भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कड़ा हमला बोलते हुए उनके ‘वोट चोरी’ के आरोपों को तर्कहीन और भ्रामक करार दिया। नड्डा ने कहा कि विपक्ष—खासकर कांग्रेस और उसकी सहयोगी राजद—गैर-जिम्मेदार तरीके से लोकतांत्रिक संस्थाओं और चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा है।
“उनके आंकड़ों का हिसाब कौन देता है?”
पटना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नड्डा ने राहुल गांधी से तीखा सवाल पूछा कि उन्हें ये आंकड़े कहाँ से मिलते हैं और उनका गणित क्या है। नड्डा ने याद दिलाया कि राहुल ने मतदाता सूची से जुड़े अपने दावों में बार-बार संख्याएँ बदलीं — 3 फरवरी को 70 लाख, 7 फरवरी को 29 लाख और फिर 9 जुलाई को एक करोड़ तक — और चुनाव आयोग ने उन्हे कुछ दावे हलफनामे के जरिए साबित करने को कहा था, जिसका पालन नहीं किया गया।
नड्डा ने कहा कि राहुल ने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और मतदाता सूची के संबंध में जो आरोप लगाए, उन्हें उन्होंने प्रमाणित नहीं किया जबकि चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए थे। उनके अनुसार, विपक्षी नेताओं का रुख उस समय सक्रिय हो जाता है जब चुनाव में उन्हें जनसमर्थन नहीं मिलता — तब वे चुनाव आयोग पर आरोप लगाकर लोकभावनाओं को भटकाने की कोशिश करते हैं।
आरोपों के साथ भावनात्मक हमला भी
नड्डा ने राहुल पर उस वीडियो और कथित भाषा को लेकर भी निशाना साधा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां के बारे में अभद्र टिप्पणियाँ का ज़िक्र कर उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जिनके बारे में माना जाता है कि उन्हें कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने उकसाया था। उन्होंने यह कह कर विपक्ष की नैतिकता पर भी कटाक्ष किया।
राजद पर तीखा वार — RJD का अर्थ क्या?
राजद (RJD) को निशाने पर लेते हुए नड्डा ने पार्टी का अपमानजनक व्याख्यान किया: “R का मतलब रंगदारी, J का मतलब जंगलराज और D का मतलब दादागिरी” — और कहा कि बिहार अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की राह पर है। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता विपक्ष को सबक सिखाएगी और एनडीए फिर सत्ता में लौटेगा।
भाजपा की चुनाव तैयारियों की समीक्षा
नड्डा ने राज्यपाल अतिथि गृह में भाजपा कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता भी की और आगामी चुनाव की रणनीति व तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में बी.एल. संतोष (राष्ट्रीय महासचिव—संगठन), प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और अन्य कोर कमेटी सदस्य मौजूद थे। बैठक में संगठनात्मक मुद्दों, आगामी कार्यक्रमों और चुनावी रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
राजनीतिक मायने और आगे क्या?
नड्डा के तीखे बयानों से राजनीतिक हवा और उबल सकती है—विशेषकर जब चुनाव नज़दीक हों। राहुल के ‘वोट चोरी’ वाले दावों की पुष्टि या खंडन का मुद्दा अब चुनावी बहस का हिस्सा बन चुका है, और इससे चुनाव आयोग, विपक्ष और जनता के बीच संवाद भी तेज़ होगा।