
देश में इस समय मानसून का सीजन चल रहा है, और इस दौरान भूस्खलन, सड़क और पुल टूटने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं। इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने 75 जर्जर पुलों को तोड़ने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश भर में 721 पुलों की जांच की गई है। इनमें से 75 पुलों को जर्जर स्थिति में पाते हुए तोड़ने का निर्णय लिया गया है, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान से बचा जा सके।
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने 50 साल की आयु पूरी कर चुके पुलों की जांच पूरी कर ली है। जर्जर पुलों की पहचान करने के बाद उन्हें नागरिकों की सुरक्षा के लिए बंद कर दिया जाएगा। लोक निर्माण विभाग अगले सप्ताह इस संबंध में शासन को अपनी रिपोर्ट भेजेगा।
बिहार में हाल ही में कई पुल गिरने की घटनाओं के बाद यह जांच के निर्देश दिए गए थे। बिहार में पुलों के गिरने और क्षतिग्रस्त होने की लगातार घटनाओं के बाद यूपी सरकार सतर्क हो गई और योगी सरकार ने पुलों की स्थिति की जांच के आदेश दिए थे। पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारियों ने इन पुलों की जांच की है।
इसके अलावा, पुराने पुलों की मरम्मत के लिए एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। कानपुर क्षेत्र में 10, सहारनपुर में 6, उन्नाव में 4, मैनपुरी, अमेठी, गाजीपुर, सोनभद्र, और सीतापुर में 3-3 पुल जर्जर पाए गए। वहीं लखनऊ, जालौन, हरदोई, प्रयागराज, आजमगढ़, और खीरी में 2-2 पुल जर्जर स्थिति में मिले हैं। फिलहाल नए पुलों के निर्माण और पुराने पुलों की मरम्मत के लिए एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।