रविवार का दिन देश के लिए भावनाओं से भरा, भारी और हृदय विदारक रहा। दुबई एयर शो में 21 नवंबर को हुए तेजस फाइटर जेट हादसे में शहीद हुए विंग कमांडर नमांश स्याल को उनके गृह जनपद हिमाचल के कांगड़ा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। जब उनका पार्थिव शरीर दुबई से गांव पटियालकर पहुंचा, तो हर आंख नम थी।
एयरफोर्स की वर्दी में अफशां ने दिया आखिरी सलाम
नमांश की पत्नी, विंग कमांडर अफशां, खुद एयरफोर्स की वर्दी में पति को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचीं। पार्थिव शरीर के सामने खड़ी होकर वे भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं—देखते ही देखते उनकी आंखों से आंसू बहे जा रहे थे। साल 2014 में अफशां और नमांश ने जीवनसाथी बनने का फैसला किया था। दोनों की छह वर्षीय बेटी भी अपनी मां के साथ मौजूद थी — वह बेटी जिसे शायद अभी यह समझ भी नहीं कि उसके पिता अब लौटकर नहीं आएंगे।

कांगड़ा एयरपोर्ट पर उमड़ी भीड़, गूंजे ‘भारत माता की जय’ के नारे
जब नमांश का पार्थिव शरीर एयरफोर्स के विमान से कांगड़ा एयरपोर्ट लाया गया, तो वहां हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने शहीद की एक झलक पाने के लिए चुपचाप, भरी आंखों के साथ कतार बना ली थी।
अफशां अपनी वर्दी में जैसे ही आगे बढ़ीं, उनकी मासूम बेटी का हाथ थामे हुए, पूरे माहौल में एक स्तब्ध कर देने वाली खामोशी छा गई। कुछ ही क्षण बाद पूरा परिसर ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा—लेकिन हर आवाज के पीछे गम की गहराई साफ महसूस हो रही थी।
#WATCH | Himachal Pradesh: Wing Commander Afshan salutes her husband, Wing Commander Namansh Syal, as she pays her last respects to him.
Wing Commander Namansh Syal lost his life in the LCA Tejas crash in Dubai on 21st November. pic.twitter.com/DPKwARut4r
— ANI (@ANI) November 23, 2025
नमांश की शहादत—एक दर्द जो पूरे देश ने महसूस किया
किसने सोचा था कि सिर्फ 37 साल की उम्र में नमांश इस दुनिया से विदा हो जाएंगे। यह अकल्पनीय क्षति है—एक परिवार के लिए, एयरफोर्स के लिए और पूरे देश के लिए। कहते हैं, जीवन और मृत्यु का फैसला ऊपर वाला करता है, लेकिन इस हादसे ने हर भारतीय का दिल दहला दिया। नमांश की शहादत जितनी वीरतापूर्ण है, उतनी ही मार्मिक भी। और अफशां द्वारा एयरफोर्स की वर्दी में दिया गया आखिरी सलाम—वह दृश्य हर उस व्यक्ति के हृदय को छू गया जिसने इसे देखा या सुना।














