
UCC BJP will in every state Amit Shah on constitution in rajyasabha: राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि देश में एक समान कानून होना चाहिए या नहीं।” शाह ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ को बनाए रखा और हिंदू कोड बिल लागू किया।
सुप्रीम कोर्ट की बात टालती रही कांग्रेस
अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कई बार यूसीसी लागू करने की बात कही, लेकिन कांग्रेस ने इसे टाल दिया। शाह ने दिग्विजय सिंह के बयान का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने खुद ही इस विषय पर काम रोक दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि “समाज में बड़े बदलाव लाने के लिए कानून की न्यायिक समीक्षा और सुझावों पर विचार जरूरी है।”
बीजेपी हर राज्य में लागू करेगी यूसीसी
शाह ने उत्तराखंड में यूसीसी लागू करने के लिए बीजेपी के प्रयासों की सराहना की और कहा कि आने वाले समय में हर राज्य में इसे लागू किया जाएगा। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “शादी और तलाक के लिए अलग-अलग कानून लाने का औचित्य क्या है?”
अंबेडकर के विचारों को अपनाने पर जोर
अमित शाह ने चर्चा के दौरान डॉ. भीमराव अंबेडकर का जिक्र किया और कहा कि उनका सिर्फ नाम लेना ही काफी नहीं है, बल्कि उनके विचारों को अपनाना जरूरी है। उन्होंने अंबेडकर के कैबिनेट से इस्तीफे और पंडित नेहरू के पत्र का भी संदर्भ दिया।
इमरजेंसी में न्यायपालिका को कमजोर करने का आरोप
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर आपातकाल (इमरजेंसी) के दौरान न्यायपालिका को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उस समय तीन वरिष्ठ जजों को दरकिनार कर चौथे जज को मुख्य न्यायाधीश बनाया गया, जिसके विरोध में बाकी जजों ने इस्तीफा दे दिया। शाह ने एडीएम जबलपुर केस का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय जस्टिस एचआर खन्ना को मुख्य न्यायाधीश नहीं बनाया गया और उन्हें रिटायर होना पड़ा।
“फैसले हमारे खिलाफ भी आए, लेकिन न्यायपालिका का सम्मान किया”
शाह ने कहा कि न्यायपालिका के फैसले कई बार हमारे खिलाफ भी आते हैं, लेकिन हमने हमेशा न्यायिक व्यवस्था का सम्मान किया। उन्होंने कांग्रेस पर न्यायपालिका के स्वतंत्र स्वरूप को कमजोर करने का आरोप लगाया।
‘देश में एक कानून जरूरी’
अमित शाह ने जोर देते हुए कहा कि देश में एक समान कानून लागू करना जरूरी है ताकि तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो और समाज में समानता आ सके। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि आखिर वह यूसीसी को लेकर अपना रुख स्पष्ट क्यों नहीं करती?
अमित शाह ने अपने भाषण में बीजेपी की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि “हर राज्य में बीजेपी समान नागरिक संहिता को लागू करेगी” और यह कदम समाज में बदलाव लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।